विशाखापत्तनम में श्री वराहालक्ष्मी नरसिंह स्वामी मंदिर में चंदनोत्सव के दौरान 20 फुट लंबा हिस्सा ढहने से सात लोगों की मौत हो गई और चार लोग घायल हो गए। एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंचीं और रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। हालात को देखते हुए आंध्र प्रदेश के गृह मंत्री वंगालापुडी अनिता भी मौके पर पहुंचीं और अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए। यह घटना चंदनोत्सव के दौरान 20 फुट लंबे मंच के अचानक ढह जाने से हुई।
चंदनोत्सव में हर साल बड़ी संख्या में श्रद्धालु भाग लेते हैं। इस साल भी ऐसा अनुमान है कि इस उत्सव में लगभग दो लाख श्रद्धालु पहुंचे थे।
सिंहचलम पहाड़ी पर स्थित यह मंदिर सदियों पुराना है। चंदनोत्सव और अन्य धार्मिक अनुष्ठान के लिए यहां हजारों श्रद्धालु जमा हुए थे। यह घटना उस वक्त हुई, जब भीड़ बहुत ज्यादा थी और भक्त भगवान का दर्शन पाने के लिए कतार में खड़े थे।
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राज्य सरकार के Endowment Department के प्रधान सचिव विनय चैन ने कहा, “पहली नजर में हमें पता चला है कि तड़के 2.30 से 3.30 बजे के बीच भारी बारिश हुई थी। हम घटना की जांच कर रहे हैं…फिलहाल, हमें जानकारी मिली है कि करीब आठ लोगों की मौत हुई है। सारा मलबा हटा दिया गया है…बचाव कार्य पूरा हो चुका है।”
चंदनोत्सव की शुरुआत बुधवार सुबह 1 बजे ‘सुप्रभातम’ से हुई। इसके बाद विश्वक्सेन पूजा, पुण्यवचन, ऋत्विक्वरण, पंचकलवाहन और चन्नोत्तरम किया गया। भक्तों को सुबह 4 बजे से भगवान के दर्शन की अनुमति दी जाती है। प्रोटोकॉल के तहत वीआईपी को सुबह 5 से 6 बजे और शाम 8.30 से 9.30 बजे तक दर्शन की अनुमति होती है।
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