नारद न्यूज पोर्टल के सीइओ मैथ्यु सैमुअल ने फर्जी कंपनी की आड़ में बंगाल में तृणमूल के मंत्रियों, सांसदों, विधायकों और वरिष्ठ नेताओं का स्टिंग कर वीडियो प्रकाशित किया था। इसका खुलासा तब हुआ, जब रजिस्ट्रार आॅफ कंपनीज (आरओसी) ने कोलकाता पुलिस के ईमेल का जवाब दिया। खुद मैथ्यु सैमुअल ने भी फर्जी कंपनी की आड़ में घूस कांड का स्टिंग करने की बात स्वीकार की है। इस खुलासे के बाद कोलकाता पुलिस सैमुअल को अपने समक्ष पेश होने का दबाव और बढ़ाने लगी है।
जानकारी के मुताबिक आरओसी ने कोलकाता पुलिस के भेजे ईमेल का जवाब देते हुए बताया गया है कि सैमुअल ने जिस इंपेक्स कंसल्टेंसी सोल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी बनाई थी वह अस्तित्व विहीन है, क्योंकि उसका रजिस्ट्रेशन ही नहीं कराया गया था। इसके अलावा यह भी पता चला है कि सैमुअल ने इस कंपनी के नाम पर एक से अधिक बैंक अकाउंट भी बनाया था, जिसके जरिए करोड़ रुपए का लेन-देन हुआ था। इस बाबत मैथ्यु से संपर्क करने पर उन्होंने भी उक्त कंपनी का रजिस्ट्रेशन नहीं कराए जाने की बात स्वीकार की। साथ ही कहा कि यह एक वेबसाइट कंपनी है, जिसे घूस कांड का स्टिंग करने के लिए ही बनाया गया था।
हालांकि सैमुअल ने इस कंपनी के नाम पर बैंक अकाउंट बनाने और करोड़ों रुपए के लेनदेन से साफ इनकार किया। 30 जून को कोलकाता पुलिस ने आरओसी को खत भेज कर सैमुअल की कंपनी इंपेक्स कंसल्टेंसी सोल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड के बारे में जानकारी मांगी थी। सैमुअल ने इसी की आड़ में नारद स्टिंग किया था, जिसमें सांसद सौगत राय, मुकुल राय, प्रसुन बनर्जी, शुभेंदु अधिकारी, काकोली घोष दस्तीदार व पूर्व परिवहन मंत्री मदन मित्र समेत एक दर्जन से अधिक कद्दावर नेताओं को घूस लेते दिखाया गया था।