जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने मंगलवार को आरोप लगाया कि घाटी में कश्मीरी पंडितों की वापसी के लिए केंद्र कोई ज्यादा प्रयास नहीं कर रहा है। उमर ने घाटी से कश्मीरी पंडितों के बाहर जाने के 26 साल पूरे होने पर ट्विटर पर लिखा- वर्तमान सरकार से अधिक की उम्मीद थी, जबकि अन्य सभी पर दिखावटी हमदर्दी जताने का आरोप था। लेकिन कुछ भी नहीं बदला। उन्होंने कहा कि एक और साल गुजर गया है। विस्थापित कश्मीर पंडितों को वापस लाने में कोई प्रगति नहीं हुई है। शब्द निरे खोखले साबित हुए हैं।

उमर ने कहा- हम सभी जो कर सकते हैं वह स्वयं की प्रतिबद्धता को दोहराना है जो हम कश्मीरियत की भावना को जिंदा रखने के लिए कर सकते हैं, इस उम्मीद में कि कश्मीर जल्द ही पूर्ण होगा। नेशनल कांफ्रेंस के कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा कि वह अपना घर दोबारा न देख पाने के डर को जानते हैं क्योंकि उनके परिवार ने भी ऐसे ही हालात में घर छोड़ा था। इसलिए मैं घर दोबारा न देख पाने के डर को जानता हूं। लेकिन मेरे मामले में यह कम समय के लिए रहा।