केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की सोमवार से कक्षा 10 और 12 की बोर्ड परीक्षाएं शुरू हुर्इं। बारहवीं का सोमवार को अंग्रेजी का पर्चा था, जो अपेक्षाकृत आसान रहा। यही वजह रही कि परीक्षा केंद्र से बाहर निकलने वाले अधिकतर बच्चों के चेहरों पर मुस्कान थी। हालांकि कुछ विद्यार्थियों ने पेपर के लंबे होने की शिकायत की। परीक्षा सुबह 10:30 बजे से दोपहर 1:30 बजे तक चली।

दक्षिण मोती बाग स्थित साधु वास्वानी इंटनेशनल स्कूल फॉर गर्ल्स में चार विद्यालयों के विद्यार्थी परीक्षा देने पहुंचे थे। नवयुग स्कूल में पढ़ने वाली नंदिता गौर ने बताया कि अंग्रेजी का पेपर आसान तो था लेकिन सवालों के जवाब देने में काफी समय लग गया। उन्होंने बताया कि सेक्शन-ए थोड़ा कठिन था जिसमें नोट मेकिंग ने उन्हें परेशान किया। हालांकि उन्होंने सेक्शन-बी और सी को आसान बताया। केंद्रीय विद्यालय जेएनयू में अंग्रेजी की शिक्षिका सविता बावा ने भी पेपर को आसान बताया, हालांकि उनका कहना था कि मानविकी पढ़ने वाले बच्चों के लिए थोड़ा सा कठिन जरूर था। उनके मुताबिक नोट मेकिंग ने बच्चों को परेशान किया। पाठ्य पुस्तक से पूछे गए सवाल भी आसान ही थे। विज्ञान के विद्यार्थियों का अगला पर्चा 7 मार्च को भौतिकी का है। जबकि कक्षा 10वीं की मंगलवार को हिंदी की परीक्षा है।

दिल्ली के 540694 विद्यार्थी ने बोर्ड परीक्षाओं के लिए पंजीकरण कराया है। इस साल कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षा देने के लिए कुल 289958 विद्यार्थियों ने पंजीकरण कराया है। इनमें 138311 छात्राएं शामिल हैं। इसी तरह कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षा देने के लिए कुल 250736 विद्यार्थियों ने पंजीकरण कराया जिनमें से 121397 छात्राएं हैं। दिल्ली में कक्षा 10 की परीक्षा के लिए 744 और 12वीं की परीक्षा के लिए 733 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं।

तनाव में दिखे अभिभावक
अपने बच्चों को परीक्षा दिलाने के लिए परीक्षा केंद्रों पर पहुंचे अभिभावक सुबह से ही तनाव में दिखे। हालांकि बच्चों ने जब बाहर आकर बताया कि उनका पेपर अच्छा गया है तब जाकर अभिभावकों की चिंता कुछ कम हुई। अपनी बेटी को परीक्षा दिलाने पहुंची एक महिला ने बताया कि वे बच्चों के करिअर को लेकर बहुत चिंतित हैं और इसी लिए बेटी के साथ परीक्षा केंद्र पर आई हैं। महिला ने बताया कि वह बेटी के सोशल मीडिया पर बने रहने की आदत से बहुत परेशान हैं।