उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत से स्टिंग ऑपरेशन की जांच के सिलसिले में मंगलवार को सीबीआई के समक्ष पेश होने के लिए कहा गया है। बता दें कि एक निजी चैनल के मुख्य संपादक द्वारा बनायी गई और नौ बागी कांग्रेसी विधायकों द्वारा प्रसारित की गयी स्टिंग सीडी में कथित रूप से रावत को बागी विधायकों का समर्थन हासिल करने के लिये पत्रकार से सौदेबाजी करते दिखाया गया था। सीबीआई इस मामले की जांच कर रही है। सीबीआई ने 29 अप्रैल को इस मामले में शुरुआती जांच की रिपोर्ट दर्ज की थी।
हरीश रावत अभी तक स्टिंग की सीडी को फर्जी करार देते रहे हैं। हालांकि, बाद में उन्होंने आंशिक तौर पर कबूला था कि वीडियो में वही दिख रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि किसी पत्रकार से मिलना गुनाह नहीं है। इस स्टिंग ऑपरेशन के बाद उठे राजनीतिक तूफान और कई घटनाक्रमों के बाद राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू हुआ। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट की दखल के बाद रावत को शक्ति परीक्षण का मौका मिला, जिसमें वे कामयाब रहे।