अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान के परिवार से कथित रूप से 25 करोड़ रुपये की रिश्वत मांगने के आरोप में समीर वानखेड़े सहित पांच लोगों के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज करने के कुछ दिनों बाद केंद्रीय जांच ब्यूरो ने एनसीबी के पूर्व अधिकारी को मुंबई में गुरुवार को पूछताछ के लिए तलब किया है। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के विशेष जांच दल (SET) द्वारा की गई जांच में खुलासा हुआ था कि 2021 कॉर्डेलिया क्रूज शिप “ड्रग बस्ट” मामले में एक स्वतंत्र गवाह ने कथित तौर पर आर्यन खान को मामले में झूठा फंसाने की धमकी देकर 25 करोड़ रुपये की मांग की थी।

वानखेड़े के नेतृत्व वाली टीम पर कई आरोप लगे थे

एसईटी की जांच में यह भी पता चला कि स्वतंत्र गवाह, जिसने कथित तौर पर केपी गोसावी से 25 करोड़ रुपये मांगे थे, को एनसीबी अधिकारी की तरह दिखाया गया था, और यह कि वानखेड़े के नेतृत्व वाली टीम ने कथित तौर पर कोर्डेलिया छापे के दौरान 17 व्यक्तियों के नाम संदिग्ध के रूप में छोड़ दिए थे। जांच के आधार पर सीबीआई ने एनसीबी टीम के सदस्यों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की, जिसमें उसके पूर्व जोनल निदेशक समीर वानखेड़े भी शामिल थे।

2008 बैच के आईआरएस अधिकारी वानखेड़े, जो तब एनसीबी मुंबई क्षेत्र के प्रमुख थे, ने 2 अक्टूबर 2021 की रात को मुंबई तट पर जहाज पर छापा मारने के लिए अधिकारियों की एक टीम का नेतृत्व किया था। एनसीबी ने छापेमारी में 13 ग्राम कोकीन, 5 ग्राम मेफेड्रोन, 21 ग्राम गांजा, एमडीएमए की 22 गोलियां और 1.33 लाख रुपये नकद जब्त करने का दावा किया था। और आर्यन समेत 17 लोगों को गिरफ्तार किया था।

छापे के 26 दिन बाद आर्यन को बॉम्बे हाई कोर्ट ने जमानत पर रिहा कर दिया था। आखिरकार, मामले की जांच करने वाली एनसीबी की दूसरी टीम ने अपर्याप्त साक्ष्य का हवाला देते हुए चार्जशीट से उसका नाम हटा दिया। वानखेड़े पर बाद में “घटिया जांच” का आरोप लगाया गया था।