Relief To Ooman Chandy: केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने दुष्कर्म के आरोप में जांच का सामना कर रहे केरल के पूर्व मुख्यमंत्री ओमन चांडी (Oommen Chandy) को क्लीन चिट (Clean Chit) दे दिया है। मंगलवार को इसकी रिपोर्ट तिरुअनंतपुरम (Thiruvananthapuram) के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत (Chief Judicial Magistrate Court) में पेश की गई। राज्य के पूर्व सीएम के खिलाफ जिस महिला ने दुष्कर्म का आरोप लगाया था, वह खुद करोड़ों रुपये के सौर घोटाले (Solar Scam) में आरोपी है। 19 जुलाई, 2013 को पुलिस आयुक्त को लिखे एक पत्र में, महिला ने चांडी, उनके कुछ मंत्रियों और दो पूर्व केंद्रीय मंत्रियों सहित कई कांग्रेस और यूडीएफ नेताओं के खिलाफ दुष्कर्म और भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे।
महिला ने 2012 में खुद के साथ दुष्कर्म किए जाने की शिकायत की थी
पिछले साल सीबीआई ने चांडी (Chandy), पूर्व केंद्रीय मंत्री के सी वेणुगोपाल (K C Venugopal) और दुष्कर्म के आरोपों से जुड़े अन्य नेताओं के खिलाफ मामलों की जांच शुरू की थी। चांडी सहित कुल छह लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए थे। पहले इस मामले की जांच केरल (Kerala) पुलिस की अपराध शाखा कर रही थी। बाद में इस मामले को सीबीआई के हवाले कर दिया गया। महिला ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया था कि 2012 में इन नेताओं ने उसके साथ दुष्कर्म किया था।
कांग्रेस ने इस कदम को ‘राजनीति से प्रेरित’ बताया था
कथित तौर पर हुई घटना के नौ साल बाद सीपीआई (एम) के नेतृत्व वाली केरल सरकार ने 2021 की शुरुआत में मामलों की सीबीआई जांच की सिफारिश की थी। हालांकि सरकार के इस कदम का विपक्षी कांग्रेस ने यह कहते हुए आलोचना की थी कि यह “राजनीति से प्रेरित” है। उन्होंने कहा कि एलडीएफ सरकार को पार्टी नेताओं के खिलाफ कुछ भी नहीं मिला, और जांच सिर्फ इसलिए शुरू कराई गई थी, क्योंकि चुनाव नजदीक थे।
सीबीआई ने कहा- शिकायत का कोई आधार नहीं मिला
सूत्रों ने कहा कि सीबीआई जांच में पाया गया है कि चांडी के खिलाफ महिला के आरोप का कोई आधार नहीं था। यह साबित करने के लिए कोई सबूत नहीं था कि वह उस दिन तत्कालीन मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास पर गई थी। सूत्रों के मुताबिक सीबीआई ने यह भी पाया है कि यह एक मनगढ़ंत मामला था।