मध्य प्रदेश के एक सीसीटीवी टेक्निशियन को करीब 6 घंटों तक बंधक बनाकर कैशलेस फिरौती यानी पेटीएम से फिरौती लेने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। दरअसल, सीसीटीवी कैमरा लगाने गए टेक्निशियन हरीश चौहान को उत्तर प्रदेश के मथुरा के पास एक गांव मे शातिर बदमाशों के एक गिरोह ने बंधक बनाकर रख लिया और करीब 35 हजार रुपए फिरौती लेने के बाद ही युवक को छोड़ा। बाद में यूपी पुलिस की मदद से टेक्निशियन अपने घर इंदौर पहुंचा।

दरअसल, इंदौर के एक टेक्निशियन को उत्तर प्रदेश के अपराधी गिरोह ने कॉलेज मे सीसीटीवी कैमरा लगाने के लिए मथुरा बुलाया था। मथुरा पहुंचते ही अपराधी टेक्निशियन को मुरोदा नामक एक गांव ले गए, जहां उसे बंधक बना लिया और फिर उसकी कंपनी से 30,000 रुपये बतौर फिरौती की मांग कर डाली। इतना ही नहीं, शातिर बदमाशों ने फिरौती की रकम पेटीएम से देने की डिमांड की, ताकि कोई उसे पकड़ न सके। इसके बाद जिस कंपनी में पीड़ित टेक्निशियन काम करता था, उसके संचालक ने बदमाशों द्वारा दिए गए अलग-अलग नंबरों पर 30 हजार रुपए पेटीएम से ट्रांसफर कर दिए।

पुलिस ने बताया कि हरीश चौहान को उसकी कंपनी ने मथुरा के पास गोवर्धन मे एक निजी कॉलेज मे सीसीटीवी इंस्टाल करने के लिए कंपनी ने भेजा था। सीसीटीवी कैमरा बेचने वाली कंपनी अंश डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक सिक्योरिटी सॉल्यूशन्स के संचालक संजय पटेल के मुताबिक, राहुल नाम के युवक ने जस्ट डायल में इंक्वायरी की थी, जिसके बाद दोनों के बीच बातचीत हुई। बातचीत के मुताबिक ही टेक्निशियन को मथुरा भेजा गया था लेकिन बदमाश हरीश को ही बंधक बनाकर रुपयों की मांग करने लगे।

गिरोह के चंगुल से छुटकर वापस आए हरीश के मुताबिक मथुरा स्टेशन पर उतरने के बाद दो बाइक सवार युवक उसे किसी गांव मे ले गए, जहां 8 -10 युवक पहले से ही मौजूद थे। खेत से ही उन युवकों ने कंपनी संचालक को फोन करके फिरौती की मांग की थी। आरोपी यहीं नहीं रुके, उनलोगों ने पीड़ित शख्स हरीश से भी पेटीएम के जरिए 5000 रुपए ले लिए, जिसके बाद ही उसे छोड़ा। इस बीच परिजनो ने इंदौर पुलिस पर मदद नहीं करने का आरोप लगाया है। पीड़ित परिवार के मुताबिक दो राज्यों के बीच का मामला बताकर पुलिस ने कार्रवाई करने से इनकार कर दिया।