Case filed against Navneet Rana in Amravati: अमरावती शहर की पुलिस ने शनिवार रात लोकसभा सांसद नवनीत राणा के खिलाफ गैर संज्ञेय अपराध दर्ज किया है। उन पर आरोप है कि उन्होंने 20 साल के एक युवक को बदनाम करने की धमकी दी हैं। नवनीत राणा ने उस युवक पर आरोप लगाया है कि वह दूसरे समुदाय की एक महिला का अपहरण करने और बंधक बनाने में शामिल था। पूरी घटना को उन्होंने “लव जिहाद” का मामला बताया।

हालांकि, पिछले मंगलवार को लापता हुई महिला एक दिन बाद सतारा में मिल गई। उसने मीडिया को बताया कि राणा ने उसके बारे में झूठी खबर फैलाई हैं और न तो अपहरण हुआ है और न ही वह उस युवक के साथ कहीं भागी ही थी।

जिस युवक को संदेह के आधार पर हिरासत में लिया गया था, महिला के मिल जाने पर उसे छोड़ दिया गया। उसके पिता ने तब सांसद राणा के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराई और आरोप लगाया कि उन्होंने झूठी सूचना फैलाकर उसके बेटे को बदनाम किया और धमकी दी।

राजापेठ पुलिस स्टेशन के एक पुलिस अधिकारी ने कहा, “शिकायत के आधार पर हमने राणा के खिलाफ आईपीसी की धारा 500 (मानहानि) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत एनसीआर दर्ज कर लिया है।”

महिला का आरोप- नवनीत राणा झूठ बोल रही हैं, मुझे बदनाम करना बंद करें

महिला के लापता होने के बाद स्थानीय भाजपा नेताओं और निर्दलीय सांसद राणा ने इस घटना को “लव जिहाद” करार दिया था। हालांकि, लापता महिला ने कहा: “नवनीत राणा ने मेरे बारे में जो कुछ भी कहा है वह झूठा है। मैं किसी के साथ नहीं भागी। मैं लोगों से अनुरोध करती हूं कि वे मुझे बदनाम करना बंद करें। मैं अकेली घर से निकली थी।”

महिला के खंडन करने के बाद जब नवनीत राणा से इंडियन एक्सप्रेस ने संपर्क किया तो उन्होंने फोन कॉल या टेक्स्ट संदेशों का कोई जवाब नहीं दिया। सांसद नवनीत राणा के आरोप लगाने के बाद युवक को हिरासत में ले लिया गया था।

राणा के आरोपों का भाजपा प्रवक्ता शिवराय कुलकर्णी के नेतृत्व में स्थानीय कार्यकर्ताओं ने भी समर्थन किया। सांसद ने यह भी दावा किया कि यह इस क्षेत्र में इस तरह का पांचवा मामला है। निर्दलीय सांसद ने बुधवार को थाने में हंगामा करते हुए कहा कि वरिष्ठ निरीक्षक मनीष ठाकरे ने उनका फोन कॉल रिकॉर्ड किया है।