तमिलनाडु में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है जहां मूर्तियों के चोरी की एफआईआर 47 साल बाद दर्ज की गई है। दरअसल ये मूर्तियां 47 साल पहले चोरी हुई थी लेकिन पुलिस ने इसकी एफआईआर हाल ही में दर्ज की है। बता दें कि इन मूर्तियों की कीमत करीब 110 करोड़ बताई जा रही है। पुलिस ने इस मामले में एक नहीं बल्कि कई धाराओं के साथ केस दर्ज किया है।
कहां का है मामला: दरअसल पूरा मामला तमिलनाडु के तंजावुर का है। जहां थंडन गांव के कुंभकोणम मंदिर से पंचलोहा की बेशकीमती मूर्तियों के चोरी होने की एफआईआर 47 साल बाद दर्ज हुई है। बता दें कि ये मूर्तियां कुंभकोणम के नटनपुरेश्वर मंदिर से चोरी हुई थीं। बताया जा रहा है कि इनकी कीमत 110 करोड़ है।
कब और क्या हुआ था चोरी: चोरी के मामले में पुलिस ने बताया कि चोरी हुई मूर्तियों में पहली एक फुट, दूसरी डेढ़ फुट की भगवान कृष्ण की नाचते हुए मूर्ति हैं। वहीं इसके साथ ही अगस्तियर की मूर्ति, छह इंच की अय्यनर, छह इंच की अम्मन की मूर्ति शामिल है। ये सभी मूर्तियां 12 मई 1971 को मंदिर का दरवाजा तोड़कर चोरी की गई थीं।
केस नहीं हुआ था दर्ज: दरअसल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने बताया कि मंदिर के ट्रस्टी सुब्रमण्यम अय्यर और वेंकटरामा अय्यर की ओर से बार बार कहने के बाद भी केस दर्ज नहीं हो पाया था। वहीं ये मामला पीएम तक भी पहुंचा था लेकिन एफआईआर दर्ज न होने के चलते ये मामला 47 साल से लंबित था। लेकिन आखिरकार अब ये मामला दर्ज हो गया है। वहीं बता दें पुलिस ने 457 (2), 380(2), 120 (बी) के तहत मामला दर्ज कर लिया है।