पश्चिम बंगाल में पिछले महीने राम नवमी पर हुई हिंसा के मामले की जांच नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) करेगा। कलकत्ता हाई कोर्ट ने गुरुवार (27 अप्रैल, 2023) को आदेश दिया कि मामले की जांच एनआईए द्वारा करवाई जाए। पिछले महीने रामनवमी पर आयोजनों के दौरान राज्य के विभिन्न इलाकों में सामुदायिक दंगे भड़क गए थे। इस दौरान, तोड़फोड़, आगजनी और पत्थरबाजी की घटनाएं सामने आई थीं। सबसे ज्यादा हिंसात्मक घटनाएं हावड़ा और दलखोला जिले में हुई थीं।

चीफ जस्टिस टीएस शिवगणनम की अध्यक्षता में हाई कोर्ट की बेंच मामले की सुनवाई कर रही थी। कोर्ट ने मामले की जांच का जिम्मा अब एनआईए को सौंप दिया है। बेंच ने पुलिस को आदेश दिया कि वह मामले से जुड़े सभी दस्तावेज केंद्र सरकार को सौंप दे, ताकि एनआईए मामले की जांच आगे शुरू कर सके। इससे पहले महीने की शुरुआत में हाई कोर्ट ने राज्य सरकार से हावड़ा में रामनवमी की रैली के दौरान हुई झड़पों पर 5 अप्रैल तक एक्शन रिपोर्ट देने को कहा था। हावड़ा के शिबपुर क्षेत्र में हिंसात्मक घटनाएं हुई थीं। इसी तरह की घटनाएं उत्तरी दिनाजपुर जिले के दलखोला में भी देखने को मिली थीं।

कोर्ट भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी की जनहित याचिका पर सुनवाई कर रही थी, जिसमें मामले की एनआईए जांच की मांग की गई थी। उन्होंने अपनी याचिका में कहा था, “मैंने स्थिति पर काबू पाने, कानून व्यवस्था की बहाली और निर्दोष लोगों की जान बचाने के लिए ऐसे क्षेत्रों में एनआईए जांच और केंद्रीय बलों की तत्काल तैनाती के लिए प्रार्थना की है।”

31 मार्च को रामनवमी पर कार्यक्रमों के दौरान राज्य में सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई थी। इस दौरान, हावड़ा के शिबपुर और दिनाजपुर के दलखोला में दंगइयों ने दुकानों और वाहनों पर पथराव किया और पुलिस और मीडिया को निशाना बनाया। भीड़ में शामिल कई लोगों ने नकाब पहना हुआ था और वह घरों व दुकानों पर पत्थर फेंक रहे थे। इस दौरान, भीड़ ने मीडिया वाहनों और पत्रकारों पर भी हमला किया। इस कारण कुछ लोग घायल हो गए। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए इस मामले में कई लोगों को गिरफ्तार भी किया था।