Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश के मथुरा-वृंदावन नगर निगम क्षेत्र से एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है। मथुरा में भैंसों ने कुंभ मेला संरक्षित क्षेत्र में लगे पत्ते खा लिए तो यह नगर निगम को नागवार गुजरा। नगर निगम ने भैंसों के मालिक के खिलाफ केस दर्ज करवा कर भैंसों को जब्त करवा दिया। नगर निगम के इस वाकये की हर तरफ चर्चा हो रही है।

वृंदावन क्षेत्र के प्रभारी अपर नगर आयुक्त सीपी पाठक ने बुधवार को बताया कि मुख्यमंत्री (Yogi Adityanath) के निर्देश पर धार्मिक नगरी में यमुना किनारे संरक्षित कुंभ मेला क्षेत्र में प्रशासन द्वारा पौधारोपण कराया गया था। उन्होंने बताया कि पिछले गुरुवार को मालूम हुआ कि कम से कम छह भैंसों के एक झुण्ड ने पौधों को चरना शुरू कर दिया।

भैंसो को कब्जे में लेकर गो आश्रय सदन भेजा

अपर नगर आयुक्त ने बताया कि जैसे ही पौधों को नुकसान की जानकारी नगर निगम को पड़ी तो तत्काल निगम की टीम मौके पर जा पहुंची। सीपी पाठक ने बताया कि इस मामले में कार्रवाई करते हुए पहले तो उन सभी भैंसों को कब्जे में लेकर कान्हा गो आश्रय सदन में भेज दिया। फिर उनके मालिक लाखन का पता लगाकर उसके खिलाफ राजस्व निरीक्षक मुकेश शर्मा की तहरीर पर भारतीय न्याय संहिता की धाराओं में केस दर्ज किया गया।

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इतना ही नहीं पाठक ने यह भी बताया कि आवारा पशु आए दिन पेड़-पौधों को काफी नुकसान पहुंचा रहे थे। इसी वजह से परेशान होकर इस तरह की गतिविधि पर लगाने के मकसद से यह कार्रवाई की गई है।

हर 12 साल में वैष्णव कुंभ मेले का होता है आयोजन

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, वृंदावन में यमुना किनारे कुंभ मेला संरक्षित क्षेत्र है। यहां पर हर 12 साल में वैष्णव कुंभ मेले का आयोजन किया जाता है। इस जगह पर कोई कब्जा ना करे इसी वजह से योगी सरकार ने संरक्षित कर दिया है। इस कुंभ मेला संरक्षित जगह के आसपास बड़ी संख्या में निषाद समाज के लोग रहते हैं। यह यमुना खादर पर खेती करके या फिर यमुना में नाव चलाकर अपनी जिंदगी काटते हैं। इन्हीं लोगों के जानवर कभी-कभी चारा खाने के लिए कुंभ मेला क्षेत्र में पहुंच जाते हैं।