भारतीय कुश्ती महासंघ के चुनाव में संजय सिंह की जीत के बाद भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के दबदबे वाले पोस्टर को उनके घर से हटा दिया गया है। बृजभूषण सिंह ने चुनाव से पहले कहा था कि दबदबा तो है और यह रहेगा। दबदबा तो भगवान ने दे रखा है। उन पर कुछ महिला पहलवानों ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था।

दबदबा तो है दबदबा तो रहेगा’ वाले पोस्टर हटाए गए

WFI चुनाव में संजय सिंह की जीत के बाद बृजभूषण सिंह के घर के बाहर और शहर के अन्य स्थानों पर ‘दबदबा तो है दबदबा तो रहेगा’ वाले पोस्टर और होर्डिंग लगाए गए थे। उनके समर्थकों ने यह चिपकाया था। उनके वाहनों पर भी यही संदेश लिखा हुआ था। ये सभी पोस्टर और होर्डिंग्स अब हटा दिए गए हैं क्योंकि खेल मंत्रालय ने डब्ल्यूएफआई को निलंबित करने की घोषणा की है। बृजभूषण सिंह ने भी कुश्ती की राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है। बृजभूषण सिंह ने रविवार को नई दिल्ली में बीजेपी प्रमुख जेपी नड्डा के साथ बैठक के बाद स्वीकार किया कि मुझे एहसास हुआ कि इनमें से कुछ पोस्टरों से अहंकार की बू आ रही है।

बृजभूषण सिंह ने कहा था, “मैं अब रिटायर्ड हो गया हूं। मेरे पास कई अन्य काम हैं। मुझे चुनाव (लोकसभा) की भी निगरानी करनी है।” खेल मंत्रालय के फैसले के बाद जेपी नड्डा ने बृजभूषण सिंह को एक बैठक के लिए बुलाया था। पिछले कुछ दिनों में जो कुछ हुआ उससे छह बार के सांसद बृजभूषण के समर्थक खुश नहीं हैं। उनके समर्थक निराश दिख रहे हैं।

अखाड़ों से दूर दिखे पहलवान

बृजभूषण शरण सिंह द्वारा कुश्ती की राजनीति को अलविदा कहने की घोषणा के बाद गोंडा और पड़ोसी अयोध्या में स्थानीय पहलवानों ने ‘अखाड़ों’ में दैनिक अभ्यास से दूरी बना ली। उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपिंदर चौधरी ने संजय सिंह की अध्यक्षता वाले नवनिर्वाचित डब्ल्यूएफआई को निलंबित करने के खेल मंत्रालय के फैसले का बचाव किया था। भूपिंदर चौधरी ने सोमवार को बाराबंकी में कहा था कि केंद्रीय खेल मंत्रालय की कार्रवाई किसी के दबाव के कारण नहीं थी और उसने उचित प्रक्रिया का पालन किया।

गोंडा जिला कांग्रेस अध्यक्ष प्रमोद मिश्रा ने भी खेल मंत्रालय के फैसले का स्वागत किया है। स्थानीय समाजवादी पार्टी के नेता सूरज सिंह ने कहा कि सरकार का फैसला किसी व्यक्ति की हार नहीं बल्कि अहंकार की हार है।