Puri Stampede News: भुवनेश्वर के ACP नरसिंह भोल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में ACP कहते हुए सुनाई देते हैं कि किसी को पकड़ना नहीं है, पैर तोड़ना है। वीडियो वायरल होने के बाद ACP ने सफाई भी दी है। ACP ने किस मौके पर यह बात कही और यह पूरा मामला क्या है? आइए बताते हैं।
मामला यह है कि कांग्रेस के कार्यकर्ता रविवार को जगन्नाथ पुरी में मची भगदड़ में तीन लोगों की मौत और कई लोगों के घायल होने के बाद राज्य के मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी के घर के बाहर प्रदर्शन करने पहुंचे थे। कांग्रेस कार्यकर्ताओं का आरोप था कि यह घटना राज्य सरकार के कुप्रबंधन और लापरवाही की वजह से हुई है। यह भगदड़ गुंडिचा मंदिर के पास हुई थी।
‘जिन पुलिस अधिकारियों को हमारी रक्षा करनी चाहिए थी, वे कहीं नहीं दिखे’
कांग्रेस कार्यकर्ताओं को मुख्यमंत्री आवास तक पहुंचने से रोकने के लिए वहां पुलिस तैनात थी। इसकी जिम्मेदारी ACP नरसिंह भोला पर थी कि कांग्रेस कार्यकर्ता आगे ना बढ़ पाएं। इसी दौरान भोला ने पुलिस कर्मचारियों से जो कहा, वह वायरल हो गया।
क्या कह रहे हैं ACP?
वायरल वीडियो में ACP कहते हैं, ‘किसी को पकड़ना नहीं है, पैर तोड़ना है। पकड़ना नहीं है, यहां से नहीं पकड़ना है, पकड़ने के लिए हम वहां खड़े हैं…यहां तक कोई आया तो उसका पैर तोड़ना है।’ ACP आगे कहते हैं, ‘जो एक पैर तोड़ेगा, वह मेरे पास आकर मुझसे इनाम लेगा।’
ACP की बात सुनने के बाद बैरिकेड की दूसरी ओर खड़े पुलिस कर्मचारी यस सर, जी सर कहते हुए सुनाई देते हैं। जैसे ही यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो ACP ने इसे लेकर एनडीटीवी को सफाई दी।
दो अधिकारी सस्पेंड, DM-SP का भी ट्रांसफर और CM की माफी…पुरी भगदड़ के बाद एक्शन में बीजेपी सरकार
ACP ने एनडीटीवी से कहा, ‘अगर आप वीडियो को देखें तो मैंने पुलिस कर्मचारियों से कहा कि हम उन्हें गिरफ्तार करने आए हैं। मैं जिस जगह खड़ा था वहां पहुंचने से पहले दो और बैरिकेड थे। यह आदेश था कि पहले ही बैरिकेड पर प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया जाए लेकिन अगर कोई प्रदर्शनकारी पहले दो बैरिकेड तोड़ता है और आगे चला जाता है तो वह शख्स पहले ही कानून को तोड़ चुका है और एक ऐसी सभा का हिस्सा है जो गैरकानूनी है।’
पुलिस अफसर ने कहा कि हम ऐसी किसी भी गैर कानूनी सभा को रोकने के लिए ताकत का इस्तेमाल कर सकते हैं।
भगदड़ मामले की जांच तेज
दूसरी ओर, ओडिशा सरकार ने भगदड़ मामले की जांच तेज कर दी है। राज्य के कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने बताया कि विकास आयुक्त अनु गर्ग 30 दिनों के भीतर मुख्यमंत्री को रिपोर्ट सौंपेंगे। कानून मंत्री ने कहा, ‘राज्य सरकार इस दुखद घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी।’
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