राजस्थान के कोटपूतली के किरतपुरा गांव में 3 साल की बच्ची चेतना बोरवेल में गिर गई है। चेतना को बचाने के लिए पिछले 70 घंटे से राहत और बचाव कार्य किया जा रहा है। बोरवेल से निकालने के लिए NDRF और SDRF की टीम मौके पर पहुंचकर प्लान A और B के तहत प्रयास कर रही है। हालांकि प्लान A के तहत अभी तक सफलता नहीं मिल पाई है। जिसके बाद बचाव टीम प्लान B पर काम कर रही है।
राहत और बचाव कार्य लगे
3 साल की बच्ची चेतना तक पहुंचने के लिए राहत और बचाव टीम लगी हुई है। बचाव टीम पाइलिंग मशीन की मदद से बोरवेल के पास से ही होल करके उसमें लोहे के बड़ी पाइप डाल रही है। पाइलिंग मशीन से बोरिंग होते ही रैट माइनर सुरंग बनाकर चेतना तक पहुंचने का प्रयास होगा। गुरुवार सुबह तक टीम ने 160 फीट तक की खुदाई पाइलिंग मशीन से की जा चुकी है।
प्रशासन को लेकर गांव वाले और परिजनों में भारी गुस्सा
कोटपूतली में 170 फीट गहरे बोरवेल में गिरी चेतना को लेकर जिले की कलेक्टर कल्पना अग्रवाल ने कहा कि रेस्क्यू ऑपरेशन को लेकर सभी प्रयास किया जा रहे हैं। हमारा प्रयास है कि बच्ची को जल्द से जल्द बोरवेल से बाहर निकाला जा सके। रेस्क्यू के लिए मौके से कई बिजली के खंभे हटाने पड़े हैं साथ ही सड़के बनानी पड़ीं हैं। वहीं चेतना के परिजन और गांव वालों में प्रशासन को लेकर भारी गुस्सा है। 70 घंटे बीत जाने के बाद भी अभी तक रेस्क्यू नहीं किया जा सका है।
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आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 23 दिसंबर को जिस वक्त ये हादसा हुआ उसके 3 घंटे पहले ही बोरवेल से पाइप निकाली गई थी। रेस्क्यू टीम को 170 फीट की खुदाई करनी है। जिनमें से 160 फीट की खुदाई हो चुकी है। NDRF के इंचार्ज योगेश मीणा ने बताया कि 155 फीट की खुदाई के बाद पत्थर आ गया था। जिसके वजह से खुदाई का काम रोकना पड़ा। हालांकि कुछ समय बाद ही रेस्क्यू टीम फिर से अपने काम में लग गई। उम्मीद की जा रही है कि आज शाम चेतना का रेस्क्यू कर लिया जाएगा।