सीसामऊ विधानसभा क्षेत्र के समाजवादी पार्टी के विधायक के सुरक्षाकर्मी सिपाही गुलाम जीलानी के स्टेट बैंक के खाते में अचानक 99 करोड़ 99 लाख 2724 रुपए आ गए। गनर को इस बात का पता एटीएम स्टेटमेंट की रसीद से चला। विधायक ने इस बात की शिकायत कानपुर के जिलाधिकारी से की। उन्होंने इस बात की जानकारी स्टेट बैंक के उप महाप्रबंधक को दी। इसके बाद बैंक ने गनर के खाते पर रोक लगा दी। कानपुर के जिलाधिकारी (डीएम) कौशल राज शर्मा ने बताया कि समाजवादी पार्टी विधायक इरफान सोलंकी ने उन्हें बताया कि उनके गनर सिपाही गुलाम जिलानी का स्टेट बैंक आफ इंडिया की माल रोड शाखा में खाता है। मंगलवार की रात वह एटीएम से चार हजार रुपए निकालने गया तो पैसा नहीं निकला। बाद में उसने बैलेंस चेक किया तो हैरान रह गया कि उसके एकाउंट में 99 करोड़, 99 लाख 2724 आ गए हैंं। इस पर बुधवार की सुबह विधायक अपने गनर और एटीएम की स्लिप लेकर हमारे पास आए।
उन्होंने बताया कि उन्होंने इस मामले पर बैंक के उप महाप्रबंधक से बात की है और विधायक के गनर को बैंक में इस बारे में एक आवेदन देने को कहा है। उन्होंने बताया कि बैक ने गनर जीलानी के खाते पर फिलहाल रोक लगा दी है। वह उस खाते से फिलहाल पैसा नहीं निकाल पाएगा। विधायक सोलंकी का गनर गुलाम जिलानी कानपुर के जाजमऊ इलाके में किराए के कमरे में रहता है और वह पडरौना जिले का रहने वाला है। विधायक स्वयं इस मामले में बैंक के अधिकारियों से बातचीत कर रहे हैं। कानपुर शहर में पहली बार किसी के बैंक खाते में इतनी बड़ी रकम आई है।
आठ लाख के जाली नोट के साथ तीन गिरफ्तार : पड़ोसी जिले कानपुर देहात के पुखरायां में पुलिस ने बुधवार को सात लाख 64 हजार के नकली नोटों के साथ तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। कानपुर (देहात) के पुलिस अधीक्षक प्रभाकर चौधरी ने बताया कि सूचना मिली कि पुखरायां में नकली नोटों का कारोबार चल रहा है, जिस पर बुधवार तड़के एसओजी टीम ने समरेंद्र सचान नामक व्यक्ति के घर छापा मारा। वहां भारी मात्रा में छपे अधछपे दो हजार के नए नोट मिले। इसके अलावा विदेशी प्रिंटर और स्कैनर भी मिले। सचान से पूछताछ की गई तो उसने अपने दो अन्य साथियों प्रसून सचान और आशीष गुप्ता का नाम बताया तो पुलिस ने उन दोनों को भी पकड़ा। इन तीनों के पास से पुलिस को सात लाख 64 हजार रुपए के 2000 रुपए के नकली नोट बरामद किए।
उन्होंने बताया कि इन लोगों ने पूछताछ में बताया कि इन्होंने करीब अस्सी लाख के नकली नोट कानपुर में अपने गिरोह को बाजार में चलाने के लिए दिए थे। यह लोग पांच सौ और हजार के पुराने नोट लेकर 2000 के नकली नोट देते थे। बरामद 2000 के नकली नोट देखने में बिल्कुल असली जैसे दिखते हैं। चौधरी के मुताबिक गिरफ्तार तीनों युवक काफी पढ़े लिखे है, इनमें से एक एमएससी और एक कंप्यूटर डिप्लोमा प्राप्त है जबकि इनका एक अन्य साथी भी स्नातक है।
और यह सब कंप्यूटर टेक्नालॉजी से वाकिफ हैं। अब इनके गिरोह के अन्य लोग जो अस्सी लाख के नकली नोट कानपुर में चला रहा है उसकी तलाश की जा रही है। पुलिस छापेमारी कर रही है।

