सहारनपुर जिले के एक घड़कौली में शुक्रवार (28 अप्रैल) शाम डॉ. भीमराव अंबेडकर की मूर्ति पर कालिख पोते जाने को लेकर ठाकुर और दलितों के बीच हिंसा हो गई। इस मामले को शांत कराने जब पुलिस गांव में पहुंची तो लोगों ने पुलिस पर हमला बोल दिया। हिंसा में 4 पुलिसकर्मी और मजिस्ट्रेट घायल हो गए। घायलों में आनंद पांडे (डीएसपी), राम विलास (सब डिविजनल मजिस्ट्रेट), बृजेश कुमार और बी.बी. शर्मा (सब इंस्पेक्टर) शामिल हैं।

फतेहपुर पुलिस स्टेशन के एसओ बृजेश और बी.बी. शर्मा को सिर में गंभीर चोटें आई हैं। ये दोनों जिला अस्पताल में भर्ती हैं। पुलिस ने इस मामले में आठ लोगों को गिरफ्तार करने के बाद शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने सभी आरोपियों को न्‍यायिक हिरासत में भेज दिया है।  सदर क्षेत्राधिकारी आनंद पांडे ने बताया कि हिंसा की यह घटना उस वक्‍त शुरू हुई, जब दलित समुदाय के लोगों ने गांव के एंट्री प्वाइंट पर साइन बोर्ड लगाकर गांव का नया नाम लिख दिया। इस नाम पर ठाकुर समुदाय के लोगों ने आपत्ति जताई और बोर्ड पर कालिख पोत दी। शुक्रवार शाम जब दलित समुदाय के लोगों को पता चला कि नए नाम वाले बोर्ड पर और गांव के मुख्य चौराहे पर लगी अंबेडकर की मूर्ति पर कालिख पोत दी गई है तो पक्षों में झगड़ा हो गया। आनंद पांडे ने बताया कि जब पुलिस मामले को शांत कराने पहुंची तो गांववालों ने उन्हीं पर पत्थरबाजी शुरू कर दी, जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। बाद में पुलिस दल भेजकर आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। खबर लिखे जाने तक गांव में तनाव का माहौल था। इसे देखते हुए वहां सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है। 

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