पीएम मोदी के अमेरिका दौरे से संबंधित एक टीवी डिबेट में बीजेपी और कांग्रेस प्रवक्ता के बीच एक बार फिर तीखी बहस देखने को मिली। बीजेपी प्रवक्ता विदेश नीति पर कांग्रेस सरकार की आलोचना कर रहे थे, तो वहीं कांग्रेस प्रवक्ता ने नेहरू के गुटनिरपेक्ष आंदोलन की याद दिलाते हुए पलटवार किया।
दरअसल पीएम मोदी अमेरिका की तीन दिवसीय यात्रा पर हैं। इस दौरान वो अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से मुलाकात करेंगे। अपनी यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री संयुक्त राष्ट्र महासभा को भी संबोधित करेंगे। पीएम का ये दौरा अफगानिस्तान को लेकर खास माना जा रहा है। पीएम के इसी दौरे से संबंधित आजतक पर एक डिबेट के दौरान कांग्रेस और बीजेपी के प्रवक्ता एक दूसरे पर वार-पलटवार करते नजर आए।
बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस की विदेश नीति पर हल्ला बोलते हुए कहा कि कभी हमारे साथ सिर्फ रूस हुआ करता था, आज हमारे विरोध में सिर्फ चीन है, बाकी सभी लगभग देश हमारे साथ हैं।
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा- “कोई भी जाकर इंटरनेट पर चेक कर सकता है, भारत का विदेशी मुद्रा भंडार एक बिलियन के नीचे भी कब आ गया था, जब नरसिम्हा राव की सरकार थी। उसके लिए उत्तरदायी कौन था… 80 के दशक मे इंदिरा जी और राजीव जी की सरकार। 1980 में हमारा विदेशी मुद्रा भंडार चाइना से दो गुना ज्यादा था”।
सुधांशु त्रिवेदी की बात बीच में काटते हुए जब कांग्रेस प्रवक्ता ने चंद्रशेखर सरकार की याद दिलाई तो उन्होंने कहा कि तीन महीने में विदेशी मुद्रा भंडार कम नहीं हो जाता है।
'आज़ादी के बाद नेहरू जी ने 100 गुटनिरपेक्ष देश अपने पक्ष में कर लिए थे': @gurdeepsappal, प्रवक्ता, कांग्रेस #हल्ला_बोल (@anjanaomkashyap) pic.twitter.com/D2kmdRoXbZ
— AajTak (@aajtak) September 23, 2021
आगे बीजेपी प्रवक्ता ने कश्मीर मुद्दे पर कहा कि जब भी पहले कोई विवाद होता था, कश्मीर मामले को लेकर, एक सोवियत संघ हमारे साथ होता था, बाकी पूरी दूनिया लगभग हमारे खिलाफ। आज स्थिति ये है कि सिर्फ एक चाइना हमारे खिलाफ खड़ा होता है।
बीजेपी प्रवक्ता के इस आरोप का जवाब देते हुए कांग्रेस प्रवक्ता गुरदीप सप्पल ने नेहरू के गुटनिरपेक्ष आंदोलन की याद दिलाते हुए कहा कि जब भारत आजाद हुआ था, तब दो अमेरिका और रशिया दो गुट थे। नेहरू जी ने तब 100 देश खड़े कर लिए थे, गटनिरपेक्ष में। आज आप ये भूल रहे हैं। आप कहते हैं कि भारत कहीं था ही नहीं।