लखनऊ में आज (सोमवार को) परिवर्तन रैली को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य की जुबान फिसल गई। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में ही नारा लगा डाला- न सपा, न भाजपा। दरअसल, मौर्य रैली में आए लोगों में उत्साह भरना चाहते थे और कहना चाह रहे थे कि यूपी में बसपा और सपा ने बहुत दिनों तक विनाश की राजनीति की है, लिहाजा, अब उनका खेल खत्म करना है। अब यूपी में न सपा, न बसपा लेकिन उनकी जुबान फिसल गई और वो बसपा की जगह भाजपा बोल बैठे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने परिवर्तन महारैली को संबोधित करते हुए अंबेडकर मैदान में उमड़ी भीड़ को धन्यवाद दिया। उन्होंने चुनावों के मद्देनजर समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी को निशाने पर लिया। लोगों का शुक्रिया अदा करत हुए पीएम ने कहा, ”बीजेपी में रहकर कार्यकर्ता से लेकर मुख्यमंत्री, ढाई साल तक प्रधान सेवक बनकर आपकी सेवा करने का मौका मिला। सैकड़ों रैलियों में गया, लेकिन पूरे जीवनकाल में इतनी बड़ी रैली के संबोधन का अवसर नहीं मिला।” पीएम ने कहा कि उत्तर प्रदेश में ‘विकास का वनवास’ चल रहा है। उन्होंने कहा, ”दो-तीन दिन पहले टीवी पर मेरी नजर गई, वो कह रहे थे कि बीजेपी का 14 साल का वनवास खत्म होगा। मुद्दा बीजेपी के वनवास का नहीं है। बीजेपी इस तराजू से कभी राजनीति को नहीं तौलती। मुद्दा 14 साल के लिए उत्तर प्रदेश में विकास का वनवास हो गया है।”
पीएम मोदी ने उत्तर प्रदेश की जनता से विकास के लिए वोट देने की अपील करते हुए कहा, ”उत्तर प्रदेश की जनता सबकुछ सहन कर चुकी है। आप लोग एक बार अपने-पराये से ऊपर उठकर के, सिर्फ और सिर्फ उत्तर प्रदेश के विकास के लिए चुनाव में वोट कीजिए। देखिए कि उत्तर प्रदेश बदलता है कि नहीं बदलता।” उन्होंने केंद्र द्वारा राज्य सरकार को दिए गए धन के इस्तेमाल को लेकर भी सत्तारूढ़ सपा सरकार पर निशाना साधा।
