Mining Mafia Attack on BJP MP: राजस्थान के भरतपुर जिले में बीजेपी सांसद रंजीता कोली पर खनन माफियाओं के हमले का मामला सामने आया है। ये हमला उस समय हुआ जब सांसद दिल्ली से भरतपुर जा रही थीं। सांसद ने बताया कि राजस्थान और उत्तर प्रदेश के बॉर्डर पर अवैध खनन कर ओवरलोड ट्रक और डंपर बड़ी संख्या में निकल रहे थे। जब बीजेपी सांसद ने उनका विरोध किया तो खनन माफियाओं ने उन पर जानलेवा हमला किया। उनको गाड़ी से भागकर अपनी जान बचानी पड़ी।
सांसद ने जैसे ही उनका विरोध किया तो सबसे पहले सांसद की गाड़ी पर उन लोगों ने पथराव कर दिया। इस पत्थरबाजी में सांसद की गाड़ी का शीशा टूट गया। सांसद ने पूछा कि जब सरकार ने अवैध खनन पर रोक लगा रखी है तो फिर ये खनन किसके इशारे पर किया जा रहा है। ये कोई पहला मौका नहीं था जब सांसद रंजीता कोली पर हमला हुआ इसके पहले भी उन पर ऐसे हमले हो चुके थे।
MP Ranjeeta Koli ने कहा हमलों से नहीं डरूंगी
सांसद रंजीता कोली ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया, ‘मैंने देखा कि लगभग 150 ट्रक ओवरलोडेड थे और तेजी से निकल रहे थे। मैंने उन्हें रोकने की कोशिश की लेकिन वे भाग गए। उन्हें लगा कि मैं कार में हूं और इस तरह उन्होंने पथराव किया, मेरी कार तोड़ दी। मुझे मारा जा सकता था। यह मुझ पर हमला है लेकिन मैं नहीं डरूंगी।’
BJP MP Sat on Protest भरतपुर के जिला कलेक्टर ने मनाया
भरतपुर के जिला कलेक्टर आलोक रंजन ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बताया, ‘बीजेपी सांसद रंजीता कोली पर ओवरलोड ट्रकों से पथराव किए जाने का आरोप लगाती हुई धरने पर बैठ गईं थीं। इस बात की जानकारी मिलते ही हम लोग तुरंत मौके पर पहुंचे हैं और उनसे शिकायत दर्ज कराने के लिए कहा, वह राजी हो गईं। इस दौरान उन्होंने स्थानीय पुलिस चौकियों पर तुरंत मदद न मिलने का आरोप लगाया है हमने ये जानकारी वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के संज्ञान में डाल दी है। इस पर जल्दी ही कार्रवाई की जाएगी।’
Officers की हत्या से भी नहीं कतराते खनन माफिया
देश के ज्यादातर राज्यों में अवैध उत्खनन का धंधा जोरों पर है। इसमें लगे माफिया इतने ताकतवर होते जा रहे हैं कि बड़े-बड़े अधिकारियों की हत्या करने में तक में नहीं हिचकिचाते। शायद ही कोई ऐसा साल गुजरता हो जब ऐसे मामलों में पुलिस और प्रशासन को लोगों पर हमले और उन्हें बेदर्दी से मार डालने की घटनाएं सामने न आती हों। अभी पिछले महीने 19 जुलाई को हरियाणा के नूंह में इन घटनाओं का एक बड़ा उदाहरण देखने को मिला था जब एक पुलिस उपाधीक्षक की डंपर से कुचल कर की गई हत्या है।