बीजेपी के नेता और पूर्व सांसद विनय कटियार ने कहा है कि अगर अयोध्या में राम मंदिर नहीं बना तो मोदी सरकार का सारा विकास का काम पीछे रह जाएगा। उन्होंने ये भी कहा कि राम जन्म भूमि पर मंदिर एक और बलिदान मांग रही है। फैजाबाद से बीजेपी के सांसद रहे विनय कटियार का ये बयान ऐसे समय पर आया है जब केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी के उस बयान पर अयोध्या के महंतों ने नाराजगी जाहिर की है जिसमें उन्होंने कहा था कि 2019 के चुनाव में हिंदुत्व और राम मंदिर नहीं बल्कि विकास होगा बीजेपी का एजेंडा। विनय कटियार ने अयोध्या में राम मंदिर पर मीडिया से बात करते हुए कहा कि, ‘भगवान राम की जन्मभूमि एक बलिदान और मांग रही है। बिना बलिदान के ये जो राम की जन्मभूमि है वहां मंदिर बनना तो मुश्किल है।’ जब उनसे ये पूछा गया कि क्या 2019 में विकास रहेगा बीजेपी का एजेंडा? इस सवाल के जवाब में कटियार ने कहा कि, ‘विकास का एजेंडा तो है ही। विकास की बात को हम पीछे कहां छोड़ सकते हैं। जितना विकास हुआ है वो तो रहेगा ही। लेकिन सारे विकास के काम पीछे रह जाते हैं जब अयोध्या में राम मंदिर नहीं बनता है।’

बता दें कि इससे पहले मंगलवार को ही अयोध्या के राम मंदिर से जुड़े पुजारी और महंतों ने कड़ी आपत्ति जताई है। जहां राम मंदिर के मुख्य पुजारी महंत सतेंद्र दास ने कहा है कि अगर 2019 से पहले राम मंदिर का निर्माण नहीं हुआ तो अगले आम चुनाव में भाजपा को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। वहीं महंत परमहंस दास का कहना है कि राम मंदिर ना बनने की सूरत में वो आंदोलन करेंगे।

राम मंदिर के प्रमुख पुजारी महंत सतेंद्र दास ने कहा कि राम मंदिर के मुद्दे को ठंडे बस्ते में डालना बीजेपी की सबसे बड़ी गलती है। उन्होंने कहा कि 2019 के आम चुनाव में भाजपा को इस गलती का खामियाजा भी भुगतना पड़ेगा। राम मंदिर से जुड़े एक और महंत परमहंस दास ने ये कहा कि अगर बीजेपी 2019 में दोबारा सत्ता में आना चाहती है तो उसे राम मंदिर बनवाना ही पड़ेगा। अगर ऐसा नहीं होता है तो हम लोग बीजेपी के खिलाफ आंदोलन करेंगे और ये निश्चित करेंगे कि आगामी चुनाव में उनकी हार हो।