बिहार में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर नेताओं ने प्रचार अभियान तेज कर दिए हैं। केंद्र के कई नेता तो इस वक्त बिहार में ही जमे हैं। इनमें भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से लेकर पार्टी महासचिव भूपेंद्र यादव और बिहार से संपर्क रखने वाले अन्य कई बड़े नेता शामिल हैं। भाजपा सांसद मनोज तिवारी भी राज्य में लगातार रैलियों और सभाओं में हिस्सा ले रहे हैं। हालांकि, इस जल्दबाजी में गुरुवार को एक बड़ा हादसा टल गया। दरअसल, मनोज तिवारी जब हेलिकॉप्टर से पटना एयरपोर्ट से निकले तो उसमें तकनीकी खराबी आ गई। काफी देर बाद उनके एयरक्राफ्ट की इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी।

अधिकारियों के मुताबिक, हेलिकॉप्टर में आई खराबी की वजह से पटना एयरपोर्ट से उड़ान भरने के 40 मिनट बाद तक इसे ट्रेस नहीं किया जा सका। यानी हेलिकॉप्टर का रेडियो संपर्क लंबे समय तक एयर ट्रैफिक कंट्रोल से स्थापित ही नहीं हो पाया। आखिरकार हेलिकॉप्टर की पटना में ही इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई। बताया गया है कि इसमें सवार सभी लोग सुरक्षित हैं।

बताया गया है कि मनोज तिवारी आज सुबह 10.10 बजे पटना से बेतिया जाने के लिए हेलिकॉप्टर में सवार हुए थे। बेतिया में उन्हें चुनावी रैली में हिस्सा लेना था। हालांकि, उड़ान भरने के कुछ देर बाद ही हेलिकॉप्टर का संपर्क टूट गया और हेलिकॉप्टर रास्ता भटक गया। मनोज तिवारी के साथ हेलिकॉप्टर में सवार नील बख्शी ने बताया कि यह समय काफी डराने वाला था, क्योंकि एटीसी और हेलिकॉप्टर में संपर्क स्थापित ही नहीं हो पा रहा था। इसके बाद पायलट ने मैनुअल बुक का इस्तेमाल किया और इमरजेंसी लाइट्स ऑन कर एटीसी को सिग्नल भेजे।

बताया गया है कि हेलिकॉप्टर इसके बाद काफी देर तक एयरपोर्ट के आसपास उड़ता रहा। लैंडिंग के लिए सिग्नल मिलने के बाद एयरपोर्ट के सभी ऑपरेशन रोक दिए गए। इस घटना की वजह से कई अन्य नेताओं के उड़ान भरने के समय में देरी आई। इनमें केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय शामिल रहे।

बता दें कि पटना एयरपोर्ट में किसी नेता के हेलिकॉप्टर के साथ ऐसी दूसरी घटना है। इससे पहले केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद और बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे जिस हेलिकॉप्टर में सफर कर रहे थे, उसका पंखा लैंडिंग के दौरान तार से लड़ने के बाद कॉन्क्रीट की दीवार से टकरा गया था। हालांकि, कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ।