भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय के बेटे और भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय सरकारी अधिकारी को बैट से पीटने के मामले में जेल से जमानत पर छूट गए हैं। अब कैलाश विजयवर्गीय ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है और कहा है कि दोनों तरफ से चीजों को हैंडल करने में गलती हुई। बता दें कि बीते दिनों जर्जर इमारत का ध्वस्त करने पहुंचे सरकारी अमले पर भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय भड़क गए थे। बात इतनी ज्यादा बढ़ी कि आकाश विजयवर्गीय ने एक सरकारी अधिकारी पर क्रिकेट बैट से हमला कर दिया था। आकाश विजयवर्गीय के समर्थकों ने भी सरकारी अधिकारी के साथ मारपीट की। घटना के बाद आकाश बनर्जी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। फिलहाल भाजपा विधायक जमानत पर जेल से बाहर आ गए हैं।
सोमवार को इस मसले पर आकाश विजयवर्गीय के पिता और भाजपा के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि ‘कच्चे खिलाड़ी हैं- आकाश जी भी और नगर निगम कमिश्नर भी। यह कोई बड़ा मुद्दा नहीं था, लेकिन इसे बड़ा बना दिया गया।’ नगर निगम की कार्रवाई पर निशाना साधते हुए कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि ‘मैं भी काउंसलर, मेयर और विभाग का मंत्री रह चुका हूं। हमनें कभी भी बारिश के दौरान किसी आवासीय बिल्डिंग को नहीं ढहाया। मुझे नहीं पता कि यह आदेश यदि सरकार की तरफ से आया हो! लेकिन यदि यह सरकारी आदेश नहीं था तो यह एक गलती थी।’
भाजपा नेता ने कहा कि ‘यदि कोई बिल्डिंग ढहायी भी जा रही है तो फिर उसके लिए इंतजाम किए जाते हैं। बिल्डिंग में रहने वाले लोगों को धर्मशाला में ठहराने का इंतजाम किया जाता। यह नगर निगम की लापरवाही थी। साथ ही महिला स्टाफ और महिला पुलिस भी होनी चाहिए थी। यह बचकाना है और यह दोबारा नहीं होना चाहिए।’ इसके साथ ही विजयवर्गीय ने कहा कि ‘अधिकारियों को भी अभिमानी नहीं होना चाहिए। उन्हें जनप्रतिनिधियों से बात करनी चाहिए। मुझे इसकी कमी दिखाई दी और यह भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि ऐसा दोबारा ना हो, यह बात दोनों को समझनी चाहिए।’