कर्नाटक के गृहमंत्री मंत्री रामलिंगा रेड्डी ने शनिवार (27 जनवरी) को कहा कि बीजेपी को अंग्रेजी सही से समझ में नहीं आती है। राज्य के डीजीपी ने अल्पसंख्यक समुदाय के निर्दोष लोगों के खिलाफ मुकदमे वापस लेने के लिए अधिकारियों से राय मांगी थी, जिसका बीजेपी ने विरोध किया था। इसी के जवाब में रामलिंगा ने यह कहते हुए बीजेपी पर हमला बोला कि उसे अंग्रेजी समझ में नहीं आती है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक रामलिंगा ने कहा- बीजेपी को अंग्रेजी सही से समझ में नहीं आती है। यह सर्कुलर नहीं, एक रिमाइंडर है। अल्पसंख्यक नेता इस बात का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं कि उनके समुदाय के लोगों के खिलाफ कुछ झूठे केस दर्ज किए गए थे। आईजी ने इस बाबत एसपी को बतौर रिमाइंडर पत्र लिखे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कर्नाटक के डीजीपी ने 22 दिसंबर और 2 जनवरी को इस संबंध में शीध्र चिन्हित पत्र अलग-अलग जिलों के कमिश्नर और एसपी को भेजे थे। पत्र और इसके बाद भेजे गए रिमाइंडर में अधिकारियों से उनका राय मांगी गई थी।
BJP doesn’t understand English properly. It’s not circular, just a reminder. Minority leaders represented that some false cases registered against minorities. IG sent letter to SPs, gave reminder that’s all: Ramalinga Reddy, K’taka Min on letter to revoke cases against minorities pic.twitter.com/JVwJvmWrN2
— ANI (@ANI) January 27, 2018
अधिकारियों से पूछा गया था कि क्या पांच वर्षों के दौरान हुए दंगों में अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के खिलाफ दर्ज किए गए मुकदमे निर्दोष लोगों को चिन्हित कर वापस लिए जा सकते हैं? बीजेपी नेता राजेश नाईक ने कहा था- ”यह साफ तौर पर कहा गया है कि केवल अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ दर्ज हुए मुकदमे वापस लिए जाएंगे। इससे बहुसंख्यक समुदाय में खौफ पैदा होगा, जो कि पहले से पुलिस के कोप का भाजन बन रहा है। सरकार का ऐसा पक्षपात गलत है, जिसका हरसंभव जवाब दिया जाएगा।”
उत्तर कन्नड़ जिले में पिछले दिसंबर में बड़े पैमाने में दंगे हुए थे, इनमें परेश मेहता नाम के युवक की मौत हो गई थी। हत्यारोपी को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। उत्तर कन्नड़ के बीजेपी अध्यक्ष ने आरोप लगाया था कि बहुसंख्यक समुदाय के कई निर्दोष लोगों को गिरफ्तार किया गया था। अब उनकी पार्टी एक निश्चित समुदाय के लोगों के केस वापस लेने की सूरत में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेगी।