भारतीय जनता पार्टी ने पणजी में 19 मई को होने वाले उप चुनाव के लिए पूर्व विधायक सिद्धार्थ कुंकोलिएंकर को उम्मीदवार बनाया है। इस तरह पार्टी ने उन अटकलों को पूरी तरह से खत्म कर दिया है जिसमें कहा जा रहा था कि इस सीट से राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल पर्रिकर को दिया जाएगा।

भाजपा की बेवसाइट पर सिद्धार्थ को टिकट दिये जाने संबंधी बयान ने सभी अटकलों पर विराम लगा दिया है । भाजपा के केंद्रीय चुनाव समिति के सदस्य जगत प्रकाश नड्डा ने रविवार दोपहर बाद उनकी उम्मीदवारी का ऐलान किया। इस सीट से गोवा के पूर्व मख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर मुख्यमंत्री थे जिनका 17 मार्च को निधन हो गया था।

उनके निधन के कारण यह सीट खाली हुई थी जिस पर उप चुनाव कराया जा रहा है। इस बात की अटकलें लगायी जा रही थी कि पर्रिकर के बड़े बेटे उत्पल को टिकट दिया जाएगा। गोवा में 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में इस सीट से सिद्धार्थ ही विजयी हुए थे। बाद में उन्होंने पर्रिकर के लिए यह सीट छोड़ दी थी।

पर्रिकर उस समय रक्षा मंत्री थे और उन्हें गोवा का मुख्यमंत्री बनाया गया था। वहीं टिकट नहीं मिलने के बाद उत्पल ने कहा कि इस पर किसी भी तरह से हताश होने की जरूरत नहीं है। मैं उसी तरह से काम करूंगा जिस तरह से पार्टी कहेगी। यह मेरे पिता की सीट है और मेरे पिता ने 25 साल यहां के लोगों की सेवा की है।

उत्पल पर्रिकर ने कहा कि उनके पिता कभी नहीं चाहते थे कि वह राजनीति में आयें। इसे पारिवारि राज नहीं कहा जा सकता। अब मेरे पिता नहीं हैं। मैं एक स्वतंत्र व्यक्ति हूं। मेरी अपनी स्वतंत्र पहचान है। उन्होंने कहा, ‘यह कहा जाता है कि जब भी आप व्यवस्था को ठीक करने के लिए राजनीति में शामिल होना चाहते हैं, तो बाधाएं रास्ते में आती हैं।

यहां तक कि मेरे पिता ने भी बाधाओं का सामना किया था।’ एक सवाल के जवाब में, उत्पल ने कहा कि निर्वाचन क्षेत्र के लिए टिकट को लेकर गतिरोध था, जिसे मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत के हस्तक्षेप के बाद सुलझा लिया गया था।