बीजेपी की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख चंद्रकांत पाटिल ने शनिवार (23 जुलाई, 2022) को कहा कि पार्टी ने भारी मन से यह फैसला लिया था कि देवेंद्र फडणवीस के बजाय शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे को राज्य का मुख्यमंत्री बनना चाहिए।
पनवेल में बीजेपी की कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि लोगों को सही संदेश देने के लिए एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला लिया गया था। बता दें कि 30 जून को बीजेपी ने फडणवीस की जगह शिंदे की सीएम के तौर पर घोषणा कर सबको चौंका दिया था। हालांकि, फडणवीस ने राज्य कैबिनेट से बाहर रहने का ऐलान किया था, लेकिन बाद में पार्टी नेतृत्व के कहने पर उन्होंने उपमुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली थी।
पाटिल ने कहा, “हमें एक ऐसा नेता प्रदान करने की आवश्यकता थी जो सही संदेश दे और स्थिरता सुनिश्चित करे। केंद्रीय नेतृत्व और देवेंद्र-जी ने भारी मन से एकनाथ शिंदे को सीएम के रूप में समर्थन देने का फैसला किया था। हम खुश नहीं थे, लेकिन हमने फैसला को स्वीकार किया।”
गौरतलब है कि शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के 40 विधायकों ने बागी रुख अख्तियार कर लिया था और महाराष्ट्र से पहले गुजरात और फिर असम चले गए थे। ऐसी स्थिति में उद्धव खेमे में कम विधायक बचे थे और उनकी सरकार गिर गई थी। इसके बाद, उम्मीद जताई जा रही थी कि फडणवीस सीएम बनेंगे, लेकिन फडणवीस ने घोषणा की कि शिंदे नई सरकार का नेतृत्व करेंगे।
पूर्व सीएम फडणवीस ने भी कहा कि वह सरकार से बाहर रहेंगे, लेकिन कुछ ही घंटों में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने घोषणा की कि फडणवीस डिप्टी सीएम के रूप में शपथ लेंगे।
इस बीच, जब पाटिल की टिप्पणियों के बारे में पूछा गया, तो राज्य के भाजपा नेता आशीष शेलार ने संवाददाताओं से कहा कि यह पार्टी या पाटिल का अपना स्टैंड नहीं था, बल्कि वह आम कार्यकर्ताओं की भावनाओं को व्यक्त कर रहे थे।