रेप केस में जमानत मिलने के बाद केरल से हरियाणा के जालंधर पहुंचे फ्रैंको मुलक्कल का बुधवार को शहर में भव्य स्वागत हुआ। उनपर एक नन से बलात्कार का आरोप है। आरोपों के बाद उन्हें पद छोड़ना पड़ा था। वह तीन हफ्ते तक जेल में रहे। हाल ही में उन्हें केरल हाई कोर्ट की ओर से बिना शर्त जमानत मिली है। फ्रैंको बुधवार शाम 5 बजे जालंधर के बिशप हाउस पहुंचे। वहां बड़ी तादाद में उनके समर्थक मौजूद थे। इनमें काफी संख्या ननों की भी थी। इसके अलावा, वर्तमान में बिशप का कामकाज देख रहे एग्नेलो ग्रेसियस भी फ्रैंको के स्वागत के लिए मुख्य द्वार पर मौजूद थे। फ्रैंको के समर्थन में बिशप हाउस के आसपास पोस्टर भी लगाए गए थे।

बिशप हाउस की ओर जाने वाली सड़कें जाम हो गईं क्योंकि फ्रैंको के समर्थन में नारे लगाते सैकड़ों समर्थक इस रास्ते पर मौजूद थे। एक नन ने बताया कि वह बिशप को समर्थन देने के लिए गुरदासपुर से आई हैं। उनके साथ कई दूसरी नन भी आई हैं। उधर, समर्थकों ने उनकी गाड़ी पर फूल की पंखुड़ियां बरसाईं। जब फ्रैंको की गाड़ी बिशप हाउस में दाखिल हुई तो उन्हें माला भी पहनाया गया। बता दें कि फ्रैंको मुलक्कल को 21 सितंबर को गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने केरल जाकर जांच में शामिल होने से पहले अपने पद से 19 सितंबर को इस्तीफा दे दिया था। उन्हें 15 अक्टूबर को जमानत मिली। जमानत के लिए उन्होंने तीसरी बार आवेदन दिया था।
मीडियाकर्मियों से बातचीत में मुलक्कल ने कहा कि वह इस मुश्किल घड़ी में सभी पंजाबियों के आशीर्वाद और शुभेच्छाओं के लिए उनके प्रति कृतज्ञ हैं। उन्होंने देश की कानून व्यवस्था पर भरोसा जताते हुए कहा कि वह जांच में पूरा सहयोग कर रहे हैं। क्या वह बिशप के पद पर लौटेंगे, इस पर मुलक्कल ने कहा कि फिलहाल जांच चल रही है और एग्नेलो ही बिशप का कामकाज देखेंगे। दिलचस्प बात यह है कि मीडिया से बातचीत के दौरान मुलक्कल बिशप की कुर्सी पर ही बैठे थे। इस दौरान उनके समर्थकों ने ‘पंजाबी पुत्तर बिशप फ्रैंको मुलक्कल’ जिंदाबाद के नारे लगाए।