रविवार को सावन की पूर्णिमा है और सोमवार को सावन की पहली सोमवारी। यानी कल से सुल्तानगंज – देवघर का 105 किलोमीटर का रास्ता बोलबम के जयघोष से गूंज उठेगा। एक महीने तक चलने वाले इस मेले में शिवभक्त सुल्तानगंज से उत्तरवाहिनी गंगा से जल लेकर देवघर में द्वादस ज्योर्तिलिंग पर जलाभिषेक करते हैं। पहाड़ों, जंगलों और नदी-नालों से होकर गुजरने वाले इस दुर्गम यात्रा को छोटे-बड़े-बच्चे और महिलाएं गेरुआ बाना पहने बोल बम के नारे लगाते हुए नंगे पांव पैदल यात्रा तय करते हैं। यह सिलसिला 9 जुलाई से 8 अगस्त तक अनवरत चलेगा।
हर साल सावन के शुरू होते ही अपनी मनोकामनाओं को लेकर कांवड़िए बाबा का जलाभिषेक करते हैं। ऐसी मान्यता है कि सावन में उत्तरवाहिनी गंगा का जल बाबा बैद्यनाथ पर चढ़ाने से लोगों की मनोकामना पूरी होती है। सुल्तानगंज ही एक ऐसा स्थान है जहां गंगा आकर उत्तरवाहिनी हुई है। देवघर बाबा मंदिर में पहुंच ये यात्री 22 मंदिरों में पूजा अर्चना करते हैं। शनिवार को बिहार के मंत्रियों के समूह ने मेले का बाकायदा फीता काट उद्घाटन किया।
यहां हर साल सावन के मेले में देश भर के लोग ही नहीं बल्कि नेपाल, भूटान, सूरीनाम से भी तीर्थ यात्री आते हैं। एक अनुमान के मुताबिक, बीते साल 50 लाख श्रद्धालुओं ने शिवलिंग पर जलार्पण किया था। जबकि इस बार प्रशासन का अनुमान है कि तीर्थ यात्रियों में 20 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है। झारखंड और बिहार सरकार ने मेले के दौरान यात्रियों की सुख सुविधा के लिए व्यापक इंतजाम करने का दावा किया है। प्रशासनिक अफसरों की साझा बैठक देवघर में बीते रोज इस बाबत हुई थी। इसके अलावे स्वयं सेवी संगठनों ने यात्रियों के सहायतार्थ कई शिविर लगाए हैं। इन स्वयं सेवी संस्थाओं में अनेक राज्य के बाहर की है।
भारतीय रेलवे ने मेला अवधि के दौरान सात जोड़ी ट्रेनें चलाने का दावा किया है। साथ ही सुल्तानगंज स्टेशन होकर गुजरने वाली हरेक ट्रेन के ठहराव का आदेश जारी किया है। जो सावन महीने तक यह फरमान लागू रहेगा। राज्य परिवहन निगम की बसों को राज्य के किसी भी इलाके से देवघर तक यात्रियों को ले जाने लाने का इंतजाम किया है।
सुलतानगंज और देवघर मंदिर प्रांगण में किसी भी तरह की गड़बड़ी रोकने भीड़ पर कड़ी निगाह रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए है। गंगाघाट , शिवगंगा, मंदिर प्रांगण और शहरी क्षेत्र में दूधिया लाइट व सोडियम और हाईमास्क रोशनी से सराबोर कर दिया है।
सावन के मेले के इस पावन मौके पर न सिर्फ सुलतानगंज या देवघर पुरे प्रदेश में बोलबम के जयघोष से गूंज जाता है। राज्य का करीबन हरेक गांव और कस्बा केसरिया वस्त्रों से सुसज्जित कावड़ियों की भीड़ से पटा रहता है। सत्यम-शिवम-सुंदरम की भावना से ओतप्रोत यह मेला एकता – सदभाव और आस्था का प्रतीक है।
मेले में अबकी दफा हिफाजत के खास इंतजाम किए है। भागलपुर के आईजी सुशील खोपड़े, डीआइजी विकास वैभव, एसएसपी मनोज कुमार, डीएम आदेश तितमारे, मुंगेर के एसपी आशीष भारती, उधर देवघर के डीएम सुनील कुमार सिन्हा, एसपी ए विजयलक्ष्मी खास नजर रखे हैं। सुलतानगंज से देवघर तक कई जगहों पर पुलिस शिविर बनाए हैं। इसके अलावा जिले भर में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किए गए हैं। कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि मेले की सफलता के लिए भागलपुर, मुंगेर, बांका, देवघर और दुमका जिला प्रशासन ने आपसी समन्वय से बड़े पैमाने पर तैयारियां करने का दावा किया है।

