बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की प्रतियोगी परीक्षा लीक होने पर राज्य में जमकर राजनीति हो रही है। बिहार विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के बाद आरजेडी विधायक प्रताप यादव ने बिहार सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने इसे लेकर सोशल मीडिया पर ट्वीट कर कहा कि “नाकामी की पराकाष्ठा पार कर चुकी इस कुशासन को तनिक शर्म भी नहीं आती, #BPSC जैसी प्रतिष्ठित परीक्षा को भी आरसीपी टैक्स के हवाले बेच दिया! #BPSCpaperleak से बिहार शर्मसार हुआ है। जात-पात, कुर्सी की लालच और पार्टी फंड के चक्कर में बेरोज़गार युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ बंद कीजिए साहिब!”

बीपीएससी पेपर लीक मामले पर बिहार विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने भी सरकार पर हमला बोला। मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि बीपीएससी जैसे संस्थान का पेपर लीक हो रहा है तो बाकी का क्या होगा? हमने इसे लेकर सदन में कई बार आवाज उठाई है लेकिन सरकार ने नहीं सुना। बिहार में बीपीएससी की परीक्षा देने के लिए कई किलोमीटर से आए छात्रों ने परीक्षा दी लेकिन परीक्षा रद्द हो गई। अब सरकार को हर छात्र को 5000 हजार रूपए का मुआवजा देना चाहिए। इसके साथ दोषियों की जल्द गिरफ्तारी होनी चाहिए।

आगे कहा कि “बाहर प्रदेश से आने वाले अभ्यर्थियों की नजरों में ऐसी घटनाओं से बिहार की बहुत बदनामी होती है। जिन मेहनती, प्रतिभाशाली अभ्यर्थियों ने हजारों किलोमीटर की यात्रा की, उनके लिए यह किसी सदमे से कम नहीं है। उच्च अधिकारियों की जवाबदेही तय हो ताकि भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति ना हो।”

इससे पहले कल बीपीएससी प्रवेश परीक्षा लीक पर तेजस्वी यादव ने ट्वीट किया था कि “बिहार के करोड़ों युवा अभ्यर्थियों का जीवन बर्बाद करने वाले बिहार लोक सेवा आयोग का नाम बदलकर आप “बिहार लीक पेपर आयोग” कर देना चाहिए।”

गौरतलब है कि कल रविवार को बिहार के सभी जिलों में 1083 केंद्रों पर बीपीएससी की 67 वीं संयुक्त प्रवेश परीक्षा 12 से दो बजे के बीच कराई गई थी, लेकिन सुबह 11 कई टेलीग्राम और व्हाट्सएप ग्रुप पर बीपीएससी का यह पेपर लीक हो गया था, जिसके बाद आयोग के चेयरमैन आरके महाजन ने परीक्षा रद्द कर दी थी। इस प्रवेश परीक्षा में बिहार के करीब 6 लाख बच्चों ने भाग लिया था।