केंद्रीय मंत्री और जेडीयू नेता आरसीपी सिंह अपनी ही पार्टी के नेता और संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा का नाम सुनकर भड़क गए और बोले- यह किसका नाम ले लिया। वह मंगलवार (21 जून, 2022) को बिहार के बोधगया में महाबोधि मंदिर परिसर में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंचे थे। इस दौरान किसी ने उनसे उपेंद्र कुशवाहा को लेकर सवाल किया तो वो भड़क गए।

केंद्रीय मंत्री ने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा, “आप किसका नाम इस खूबसूरत अवसर पर ले रहे हैं। बोधगया भगवान बुद्ध का पवित्र स्थान है। कृपया भगवान बुद्ध का नाम लें।” दरअसल, एक हफ्ते पहले, उपेंद्र कुशवाहा ने कहा था कि आरसीपी सिंह की राज्यसभा की सदस्यता जाने वाली है। ऐसे में नैतिकता के तौर पर उन्हें केंद्रीय मंत्री के पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।

बता दें कि पार्टी नेतृत्व आरसीपी सिंह से नाराज चल रहा है। राज्यसभा टिकट काटने के बाद पटना स्थित बंगला भी उनसे छीन लिया गया है।अनुशासनहीनता का हवाला देते हुए उनके कुछ करीबी नेताओं को भी पार्टी से निकाल दिया गया है और उनका केंद्रीय मंत्री पद भी जाने वाला है।

पत्रकारों से बात करते हुए आरसीपी सिंह ने कहा, “मैं यहां योग कार्यक्रम में भाग लेने आया था। जब पार्टी का कोई कार्यक्रम होगा, तो आप पार्टी कार्यकर्ताओं की बड़ी संख्या देंखेंगे, जिस तरह मेरी पिछली यात्राओं में देखी गई है।”

पूर्व में जब भी सिंह गया या बोधगया जाते थे तो बड़ी संख्या में जद (यू) के कार्यकर्ता विभिन्न स्थानों पर फूल और माला चढ़ाकर उनका स्वागत करते थे। इससे पहले, पार्टी कार्यकर्ता सिंह के स्वागत के लिए गया और बोधगया शहरों में विभिन्न स्थानों पर विशाल ‘तोरण द्वार’ (स्वागत द्वार) लगाते थे, लेकिन इस बार ऐसी कोई भी धूमधाम दिखाई नहीं दी।

जब से जद (यू) ने सिंह को राज्यसभा में तीसरे कार्यकाल के लिए फिर से नामित करने से इनकार किया है, पार्टी के नेता और कार्यकर्ता पार्टी में प्रतिद्वंद्वी खेमे के प्रकोप के डर से उनसे बचते रहे हैं। राज्यसभा में सिंह का मौजूदा कार्यकाल सात जुलाई को खत्म हो रहा है।