जनता दल युनाइटेड (JDU) के नेता और पूर्व अध्यक्ष शरद यादव ने कांवड़ियों को लेकर एक विदादित बयान दिया। शरद ने कहा कि कांवड़ियों के पास कोई काम-धंधा नहीं है इसलिए वे हरिद्वार जा रहे हैं। उनके मुताबिक, हरिद्वार में भीड़ बेरोजगारी की वजह से बढ़ रही है। शरद यहां पर कहना चाह रहे थे कि केंद्र सरकार ने नौकरियों का वादा किया था लेकिन अबतक कुछ नहीं किया। उन्होंने यह बात शुक्रवार (5 अगस्त) को JDU की एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही। इसके अलावा उन्होंने केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा। यादव के मुताबिक, केंद्र सरकार ने अपने किए हुए वादे अबतक नहीं निभाए। उन्होंने आवारा घूमते पशुओं को भी गंभीर समस्या बताया। इस समस्या से निपटने के लिए उन्होंने गौ रक्षकों को आगे आने को कहा।

शरद यादव का केंद्र सरकार पर यह कोई पहला हमला नहीं है। इससे पहले वह स्वच्छ भारत अभियान को भी बकवास बता चुके हैं। उन्होंने स्वच्छ भारत अभियान में करोड़ों रुपए खर्च करने को बेमतलब बताया था। इसके अलावा शरद ने योग दिवस के लिए भी अपनी नाराजगी जताई थी। उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि भाजपा सरकार या तो वादे पूरे करे वर्ना गद्दी छोड़ दे। उन्होंने यह भी कहा था कि भूखे पेट योग नहीं हो सकता। शरद यादव गौ रक्षकों को भी निशाना बना चुके हैं। एक बार उन्होंने संसद में पूछा था कि गौरक्षकों को किसने बनाया है? इसके अलावा उन्होंने गौ रक्षकों को बैन करने के लिए भी सरकार से कहा था।

शरद यादव के बयान के बाद उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन तेज हो गया है।

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