आरजेडी चीफ लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव पर कार्रवाई ना करने के लिए जीतन राम मांझी ने सीएम नीतीश कुमार हमला बोला है। बिहार के पूर्व सीएम और हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने सोमवार (10 जुलाई) को कहा कि नीतीश कुमार सुविधा की राजनीति करते हैं और उनमें तेजस्वी यादव को इस्तीफा देने के लिए कहने की हिम्मत नहीं है। जीतन राम मांझी ने पटना में कहा, ‘आरजेडी जो चाहे वो फैसला ले सकता है, लेकिन बिहार सरकार करप्शन को लेकर जीरो टॉलरेंस की बात करती है, अगर नैतिक जिम्मेदारी से देखा जाए तो बिहार सरकार को सोचना चाहिए कि उनके लिए जरूरी क्या है? जीतन राम मांझी ने कहा कि यदि गठबंधन की इस सरकार को बिहार में अपना कार्यकाल पूरा करना है तो इसे उन सभी का इस्तीफा मांगना चाहिए जिनपर जांच एजेंसियों ने मुकदमा किया है, नहीं तो बिहार के लोगों को संदेश जाएगा कि ये सरकार लोगों की भावनाओं की कद्र नहीं करती है।’
बता दें कि बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर सीबीआई ने करप्शन का मुकदमा दर्ज किया है। आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव पर रेल मंत्री रहते हुए रेलवे के होटलों को देखरेख के लिए टेंडर देते वक्त गड़बड़ी का आरोप है। इस मामले में सीबीआई ने लालू, तेजस्वी और राबड़ी देवी पर मुकदमा दर्ज किया है। हालांकि लालू यादव ने इन सभी आरोपों से इनकार किया है। जीतन राम मांझी ने आगे कहा कि यहां यह देखने वाली बात है कि नीतीश कुमार हमेशा सुविधा की राजनीति करते हैं, और वे भरोसे से कह सकते हैं कि नीतीश कुमार तेजस्वी को बर्खास्त करने की हिम्मत नहीं रखते हैं और ना ही वे तेजस्वी को इस्तीफा देने के लिए कह सकते हैं। जीतन राम मांझी के मुताबिक नीतीश को डर है कि अगर वो ऐसा करने के लिए कहते हैं तो उनकी सरकार ही गिर जाएगी।
इधर राष्ट्रीय जनता दल ने अपने विधायक दल की बैठक के बाद ये साफ कर दिया है कि डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव इस्तीफा नहीं देंगे। यहां तक कि विधायक दल की बैठक में उनके काम की तारीफ की गई। पार्टी ने कहा कि तेजस्वी यादव हमेशा से एक अच्छे नेता रहे हैं और आगे भी रहेंगे।