सेना ने कार्यरत और सेवानिवृत सैनिकों से कहा है कि वे बिहार में शराब लेकर न जाएं। बिहार में शराबबंदी के बाद हाल ही में कुछ सैनिकों को गिरफ्तार किया गया था। क्वार्टरमास्टर जनरल की ब्रांच के कैंटीन सर्विसेज डायरेक्टोरेट ने सेना के सभी कमांड हैडक्वार्टर्स, अंडमान निकोबार कमांड, ऑर्डिनेंस फैक्ट्री बोर्ड, जनरल असम राइफल्स डायरेक्टोरेट, नवल हैडक्वार्टर्स, एयर हैडक्वार्टर्स और कोस्ट गार्ड हैडक्वार्टर्स को इस संबंध में पत्र लिखा है।
इस खत में बताया गया है कि कार्यरत जवान जो बिहार से गुजर रहे हैं या वहां पर जा रहे हैं उन्हें शराब रखने के चलते गिरफ्तार किया जा रहा है। इस कानून के चलते यह सलाह दी जाती है कि सैनिक(कार्यरत/सेवानिवृत) बिहार से गुजरने या जाने के दौरान किसी तरह की शराब अपने साथ न रखें। सेना मुख्यालय ने बताया था कि बिहार सरकार के आदेश मिलिट्री कैंटीन पर लागू नहीं होते। हालांकि पत्र के जरिए बताया गया है कि दानापुर कैंटीन के अलावा बाकी कैंटीन को छूट नहीं दी गई है। सैन्य कर्मचारियों से कहा गया है कि वे दानापुर कैंटीन के बाहर न तो शराब पीएं और न लेकर जाएं।
इस महीने की शुरुआत में हाजीपुर रेलवे स्टेशन पर एक कैप्टन को 22 बोतल शराब के साथ पकड़ा गया था। इसके बाद एक मामला भी दर्ज किया गया था। गिरफ्तार किया गया जवान शिलॉन्ग से यह शराब लेकर आया था। वहां पर उसकी पोस्टिंग थी। एक अन्य मामले में जीआरपी ने एक जवान को जम्मू तवी-गुवाहाटी अमरनाथ एक्सप्रेस से गिरफ्तार किया था। उस जवान के बैग में शराब की बोतलें मिली थी। गौरतलब है कि नीतीश कुमार सरकार ने इस साल अप्रैल से बिहार में शराबबंदी लागू कर दी थी। इसके चलते वहां पर शराब पीने और बेचने को पूरी तरह से निषेध कर दिया गया।