बिहार के गोपालगंज जिले में पिछले 12 घंटे में करीब 13 लोगों की रहस्यमय तरीके से मौत हो गई। बताया जा रहा है कि इन लोगों ने नकली शराब का सेवन किया था। मरने वालों में से अधिकतर सब्जी बेचने और मजदूर तबके के लोग थे। मृतकों के परिजनों ने दावा किया कि मौत का कारण जहरीली शराब पीना है। अगर परिजनों का दावा सही है तो शराब बंदी के बाद अवैध शराब से जुड़ा ये सबसे बड़ा कांड है।

गोपालगंज जिले के जिलाधिकारी राहुल कुमार ने अभी तक सिर्फ 10 लोगों की मौत की पुष्टी की है। राहुल कुमार ने कहा कि मौत की असल वजह जानने के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार करना होगा। मामले की जांच के लिए जिला प्रशासन ने तीन टीमों का गठन किया है। मरने वालों के ब्लड सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि मंगलवार सुबस से ही इन लोगों के पेट में तेज दर्द हुआ था और उल्टियां होने लगी थीं। जिसके बाद उन्हें नजदीकी अस्पताल ले जाया गया लेकिन इलाज के दौरान इनकी मौत हो गई। अकेले नोनिया टोली इलाके में ही 7 लोग मरे हैं।

बिहार में अप्रैल माह में शराब पर लगाए गए बैन के बाद जहरीली शराब के कारण हुई मौत का यह पहला मामला है। गोपालगंज में हुई इस घटना से नीतीश कुमार सरकार के लिए परेशानियां खड़ी हो सकती हैं। दरअसल सरकार ने दावा किया था कि उन्होंने शराब के निमार्ण और बिक्री को पूरी तरह बंद कर दिया है, ऐसे में शराब से हुई मौत सरकार के दावों पर सवाल खड़े करती है। हालांकि प्रशासन इसे जहरीली शराब कांड मानने से इनकार कर रहा है। गौरतलब है कि गोपालगंज राष्ट्रीय जनता दल के मुखिया लालू प्रसाद यादव का ग्रह जनपद भी है।

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