अब केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बिगुल फूंक दिया है। बेरोजगारी और रोजगार के आंकड़ों पर बीते कई दिनों से घिरी सरकार के खिलाफ तेजस्वी यादव अभियान चलाने जा रहे हैं। तेजस्वी कल से दरभंगा से ‘बेरोजगारी हटाओ, आरक्षण बढ़ाओ’ यात्रा निकालेंगे। साथ ही तेजस्वी ने कुछ मांगो के साथ कहा कि, आर-पार करेंगे, लड़ेंगे और हक लेकर मरेंगे।

बिहार में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने सरकार के खिलाफ बेरोजगारी पर लड़ाई का ऐलान कर दिया है। वह दरभंगा से ‘बेरोजगारी हटाओ, आरक्षण बढ़ाओ’ यात्रा निकालने जा रहे हैं। इसके साथ तेजस्वी ने सरकार के सामने अपनी मांगे भी रखी हैं। तेजस्वी ने मांग की है कि जातीय जनगणना कराओ और जातीय आधार पर आरक्षण बढ़ाओ। इसके साथ ही उन्होंने तीन मांगे और भी रखी हैं। उनकी मांग है कि, एससी एसटी और ओबीसी का मिलने वाला आरक्षण बढ़ा कर 90 प्रतिशत किया जाए। साथ ही अतिपिछड़ों को 40 फीसदी रिजर्वेशन दिया जाए। आखिरी मांग उन्होंने निजी क्षेत्र को लेकर की है। उन्होंने मांग की है कि इसमें भी आरक्षण लागू किया जाए। अपनी बात और मांग रखने के बाद नारे के तौर पर कहा, आर-पार करेंगे, लड़ेंगे और हक लेकर मरेंगे।

बता दें कि, इस साल के शुरुआती महीने जनवरी से ही मोदी सरकार बेरोजगारी और रोजगार के मामले में बैकबुफ पर है। जनवरी में 28 तारीख को खबर आई थी कि इसी मुद्दे पर राष्ट्रीय सांख्यिकीय आयोग के दो सदस्यों ने इस्तीफा दे दिया। आयोग के कार्यवाहक चेयरपर्सन पीसी मोहन और प्रोफेसर जेवी मीनाक्षी ने आयोग से खुद को अलग कर लिया था। आयोग से दोनों ही पूर्व सदस्यों के इस्तीफे के बाद बढ़ती बेरोजगारी संबंधी सरकारी रिपोर्ट लीक हो गई है। रिपोर्ट के मुताबिक, बेरोजगारी दर 2017-18 में 6.1 रही। नोटबंदी के बाद बेरोजगारी में 45 साल बाद इतनी बड़ी गिरावट दर्ज की गई। इसके बाद इस मुद्दे पर सरकार को सफाई देनी पड़ी थी।