बिहार की पूर्व समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा को जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) से निलंबित कर दिया गया है। वो मुजफ्फरपुर शेल्टर होमकांड में आरोपी हैं और बहुत दिनों से फरार चल रही हैं। पिछले दिनों उनकी गिरफ्तारी नहीं होने पर सुप्रीम कोर्ट ने नाराजगी जाहिर की थी और राज्य के डीजीपी को तलब किया था। मंजू वर्मा की गिरफ्तारी के लिए बिहार पुलिस की कई टीम बिहार और झारखंड में कई ठिकानों पर लगातार दबिश दे रही है लेकिन अभी तक उनकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। बता दें कि पिछले दिनों इस मामले में जांच के लिए सीबीआई को छापेमारी के दौरान  मंजू वर्मा के चेरियाबरियारपुर स्थित घर से कारतूस मिले थे। जनता दल यूनाइटेड के अध्यक्ष सीएम नीतीश कुमार हैं।

मुजफ्फरपुर शेल्टर होम रेप कांड में 34 बच्चियों के साथ रेप की पुष्टि हुई थी। इस मामले में मुख्य आरोपी और शेल्टर होम के संचालक ब्रजेश ठाकुर के साथ मंजू वर्मा के पति चंद्रशेखर वर्मा के घनिष्ठ संबंध होने पर मंत्री पर गाज गिरी थी। ब्रजेश ठाकुर के कॉल डिटेल में मंत्री पति के संपर्क में रहने की बात साबित हुई थी। तब मंजू वर्मा को बिहार सरकार से इस्तीफा देना पड़ा था। मंत्री पति चंद्रशेखर वर्मा पहले ही कोर्ट में सरेंडर कर चुके हैं। अब माना जा रहा है कि मंजू वर्मा भी सरेंडर कर देंगी क्योंकि पार्टी और प्रशासन दोनों तरफ से दबाव बढ़ गया है।

सुप्रीम कोर्ट ने मामले में 27 नवंबर को राज्य के डीजीपी को कोर्ट में हाजिर होकर जवाब देने को कहा है। संभवत: इसी वजह सेर मंजू वर्मा की गिरफ्तारी की कोशिशें तेज कर दी गयी हैं। मंजू वर्मा की तलाश में बुधवार की रात भी मुजफ्फरपुर के सादपुरा मुहल्ले में विशेष टीम ने छापेमारी की। हालांकि, पुलिस को छापेमारी में कोई सफलता हाथ नहीं लगी।