बिहार में बीजेपी के सरकार में शामिल होने के बाद अवैध बूचड़खानों पर कार्रवाई शुरू हो गई है। भोजपुर जिला प्रशासन ने रानीसागर गांव में एक अवैध बूचड़खाना चलाने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया और बूचड़खाने को भी सील कर दिया है। एक अधिकारी ने बताया कि जिले के शाहपुर पुलिस थाना के न्यायक्षेत्र अधीन इस गांव से सैफुद्दीन (45), अजीमुल्ला खान (44) और गुलाम खान (50) को कल रात गिरफ्तार किया गया है। तीनों आरोपी रोहतास जिला निवासी हैं। गुरुवार को मांस से लदे एक ट्रक को जब्त करने के बाद अवैध बूचड़खाने को सील कर दिया गया। यह ट्रक इस अवैध बूचड़खाने से मांस लेकर मुजफ्फरपुर जा रहा था। जिला मजिस्ट्रेट संजीव कुमार ने बताया ‘‘हमने एक अवैध बूचड़खाने को सील कर दिया है जो रानीसागर गांव में कई वर्षों से चल रहा था। विभिन्न धाराओं के तहत तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है।’’ उन्होंने बताया कि ‘‘तीन अन्य फरार हैं।’’ उन्होंने कहा कि अवैध बूचड़खाने के तीन फरार संचालकों को पकड़ने के लिए छापे मारे जा रहे हैं।
कुमार ने बताया कि गांव और उसके आस-पास के इलाकों में पनप रहे तनाव के मद्देनजर पुलिस उपाअधीक्षक दयाशंकर के नेतृत्व में एक पुलिस दल को तैनात किया गया है। स्थानीय लोगों ने कल ट्रक को शाहपुर बाजार में पकड़ा था। भीड़ ने वाहन में सवार तीनों व्यक्तियों को काबू में कर पुलिस को सौंप दिया। एक अन्य व्यक्ति घटनास्थल से फरार हो गया। जिला मजिस्ट्रेट ने इस बात से इंकार किया है कि तीनों व्यक्तियों को पुलिस को सौंपने से पहले भीड़ ने पीटा था।
3 अगस्त को भोजपुर में ही बीफ ले जाने के शक में एक ट्रक ड्राइवर समेत तीन लोगों को भीड़ ने बुरी तरह पीटा था। पुलिस के अनुसार, जिले के शाहपुर इलाके में बजरंग दल कार्यकर्ताओं और अन्य लोगों ने मिलकर तीन लोगों को रोक लिया। पीड़ितों के कई बार गुजारिश करने के बाद भी उन्हें नहीं छोड़ा गया। शाहपुर पुलिस की एक टीम उन्हें बचाने पहुंची लेकिन ट्रक में बीफ के चलते तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया। गुस्साई भीड़ यह मांग करती रही कि इन तीनों को उनके हवाले कर दिया जाए। जब पुलिस ने ऐसा करने से इंकार कर दिया तो भीड़ ने विरोध प्रदर्शन किया और आरा-बक्सर रोड को जाम कर दिया। भीड़ का आरोप है कि पुलिस उन तीनों को बचाने में लगी है।