ब‍िहार में जस्टिस मुकेश कुमार रसिक भाई शाह पटना हाईकोर्ट के नए मुख्‍य न्‍यायाधीश बने हैं। उन्‍हें बीते रविवार (12 अगस्‍त) को शपथ द‍िलाई गई। राजभवन में राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने 11 बजे उन्हें पद की शपथ दिलाई। शपथ के बाद उन्होंने सबसे पहले मां और पिता के पैर छूकर आशीर्वाद लिए। इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी से मिले।

जस्टिस शाह पटना हाईकोर्ट के 41वें मुख्य न्यायाधीश हैं। 16 मई 1958 को जन्मे शाह ने वकालत की डिग्री लेकर गुजरात हाईकोर्ट में 1982 में प्रैक्टिस शुरू की। केंद्र सहित सीबीआई के वकील के रूप में काम करते हुए 7 मार्च 2004 को गुजरात हाईकोर्ट में एडिशनल जज बहाल हुए। 22 जून 2005 को इन्हें स्थायी जज बनाया गया। 15 मई 2020 में वे सेवानिवृत्त होंगे। पटना से पहले वह गुजरात हाईकोर्ट में न्यायाधीश थे।

वह क्रिमिनल लॉयर रहे हैं और दीवानी मुकदमे भी लड़े हैं। शाह को अहमदाबाद की ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने और तेज फैसले देने वाला जज माना जाता है। पटना हाईकोर्ट का चीफ जस्‍ट‍िस बनने के बाद बीबीसी को द‍िए एक इंटरव्‍यू में उन्‍होंने कहा,” हर शहर और हर स्टेट की अपनी समस्या होती है। एक नज़रिया और एक कमिटमेंट चाहिए। आप कोई भी काम करो, कमिटमेंट से करो। वहां हमने 69 पेज का ऑर्डर किया था। बैड रोड, पॉटहोल, ट्रैफिक के बारे में। उसमें 50 से अधिक पेज तो केवल दिशा-निर्देश थे। और जो कहते हैं ना अहमदाबाद स्मार्ट सिटी है, तो सिटी स्मार्ट नहीं होता, कोई सिटी को स्मार्ट बनाना है तो सिटिजन को स्मार्ट बनाना पड़ेगा।”