बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की करीबी और जनता दल यूनाइटेड की राज्यसभा सांसद कहकशां परवीन के भागलपुर आवास पर बदमाशों ने बम विस्फोट कर पांच लोगों को जख्मी कर दिया है। घटना रविवार देर शाम की है। जिस वक्त ये वाकया हुआ सांसद घर में ही मौजूद थीं। सूचना मिलते ही जिले के एसएसपी मनोज कुमार मौके पर पहुंचे। पुलिस ने मामले में मोजाहिदपुर थाना में एफआईआर दर्ज की है। मामला 10 लाख रुपए रंगदारी से जुड़ा बताया जा रहा है। हालांकि, नगर निगम चुनाव और मस्जिद कमेटी के चुनाव से भी इस हमले के कनेक्शन जुड़ रहे हैं। उधर, सांसद कहकशां परवीन का कहना है कि यह हमला उनके पति नासीमुद्दीन की हत्या के मकसद से किया गया है। उन्होंने बताया कि उनके पति से 10 लाख रुपए फोनकर रंगदारी मांगी गई थी। मांग अनसुनी करने पर बेख़ौफ बदमाशों ने हमला कर दिया।

सूत्रों के मुताबिक बदमाशों ने सांसद के घर के पास लगातार चार बम फोड़े। गनीमत रही कि बम घर के बगल में स्कूल की दीवार से टकरा गया और विस्फोट हो गया। बम के आवाज से पूरा मोहल्ला थर्रा गया और लोग दहशत में आ गए। इस हादसे में पांच लोग जख्मी हुए हैं जिनमें सांसद के जेठ हासिम, रिश्तेदार नईमुद्दीन, अंगरक्षक तनवीर, शहबाज, उस्मान और जल्लो रिक्शावाला शामिल हैं। इन सभी का इलाज भागलपुर के जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल में चल रहा है। सभी खतरे से बाहर हैं। कहकशां परवीन का आवास इशाकचक गुमटी नम्बर 12 मोहल्ले में है।

पुलिस के मुताबिक शुक्रवार (28 अप्रैल) को रात साढ़े आठ बजे बदमाशों ने 10 लाख रुपए रंगदारी मांगने का लिखित पैगाम भेजा। दूसरे दिन फोन पर जान से मारने की धमकी दीऔर तीसरे दिन शाम ढलने के बाद बिजली गुल होते ही बमों से हमला कर दिया। जाहिर है जान लेने की यह सोची-समझी रणनीति का हिस्सा है। सांसद के पति को अलग-अलग नंबरों से कई दिन फोन किए गए।

बहरहाल, नगर निगम चुनाव का भी माहौल है। कहकशां परवीन खुद भी वार्ड 47 से पार्षद और महापौर रह चुकी हैं। फिलहाल इनके पति पार्षद हैं। अबकी चुनाव में यह वार्ड महिला के लिए आरक्षित होने से इनकी जेठानी नसरीन ने पर्चा दाखिल किया है। बीते चार महीने से मस्जिद कमेटी के सचिव के पद को लेकर भी तनातनी चल रही है। अभी इनके पति नासीमुद्दीन ही सचिव हैं। दूसरा गुट सचिन सामने आ गया और आपसी विवाद की वजह से बात थाने तक जा पहुंची है। इस सिलसिले में सचिन जेल से हाल ही में छूट कर आया है। मस्जिद में लाखों का फंड बताते हैं। कमेटी में काबिज होने की जुगत इसी वजह से बैठाने में लगे है। पुलिस भी इससे सहमत है। पुलिस तहकीकात में लगी है। आईजी सुशील खोपड़े की हिदायत पर सांसद के आवास और उनके परिवार की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। एसएसपी मनोज कुमार भी रंगदारी की वजह से ही हमला हुआ मानते हैं। हालांकि, अभी तक इस सिलसिले में किसी की गिरफ़्तारी नहीं हो सकी है।