बिहार पुलिस विभाग के फरार डीएसपी कमलाकांत प्रसाद अब अपने परिवार के साथ-साथ गांव वालों के लिए भी मुसीबत बनते जा रहे हैं। एक मामले में जहां उनके दो भाई हवालात पहुंच गए हैं तो वहीं कई गांव वालों पर गिरफ्तारी का खतरा मंडरा रहा है।

दरअसल बिहार पुलिस के डीएसपी कमलाकांत पर अपने ही घर में काम करने वाली नौकरानी के साथ दुष्कर्म करने का आरोप है। इसके अलावा उनकी पत्नी ने भी मारपीट और प्रताड़ना का केस दर्ज करवा रखा है। इसी मारपीट के मामले में पुलिस बक्सर के चंद्रपुरा स्थित डीएसपी के घर पर छापा मारने आई थी। साथ ही उनके भाईयों को गिरफ्तार करना था। इस कार्रवाई के दौरान पुलिस दल के साथ दुर्व्यवहार किया गया। पुलिस पार्टी को घंटों रोक कर रखा गया।

फरार डीएसपी को जब पुलिस खोजने उनके गांव पहुंची तो वो नहीं मिले। जिसके बाद प्रताड़ना के मामले में जब पुलिस डीएसपी के भाईयों ओम प्रकाश प्रसाद और राधेश्याम प्रसाद को गिरफ्तार करने लगी तो ग्रामीणों के सहयोग से आरोपियों ने पुलिस के साथ कथित तौर मारपीट और धक्कामुक्की की।

दोनों भाईयों को छुड़ाने के लिए ग्रामीणों ने पुलिस की गाड़ी को ही घेर लिया। गांव वालों का कहना था कि पूरा परिवार निर्दोष है, पुलिस ज्यादती कर रही है। पुलिस को घेरने की जानकारी जब उच्च अधिकारियों कर पहुंची तो डुमरांव एसडीपीओ खुद पुलिस बल लेकर घटना स्थल पर पहुंचे।

एसडीपीओ ने आने के बाद गांव वालों के चंगुल से पुलिस दल को निकाला और वीडियो के आधार पर कार्रवाई करने का आदेश दिया। पुलिस के साथ बदसलूकी और सरकारी काम में बाधा पहुंचाने के आरोप में एक नामजद और 50 अज्ञात के खिलाफ मालमा दर्ज किया गया है। पुलिस उन महिलाओं की भी जानकारी निकाल रही जो पुलिस को रोकने के दौरान ग्रामीणों के साथ थी। मतलब एक डीएसपी के चक्कर में पहले तो भाई हवालात पहुंचे और अब कई ग्रामीणों पर भी गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है।

वहीं डीएसपी के भाईयों का कहना है कि दो साल पहले ही भाईयों के बीच बंटवारा हो गया था। डीएसपी कमलाकांत ने अपनी संपत्ति भी बेच दी है। बाकी भाईयों के साथ भी उनका कोई संबंध नहीं है। पुलिस किसी के इशारे में उनके परिवार के साथ गलत काम कर रही है।