बिहार के समस्तीपुर जिले के दो सरकारी स्कूलों में छोटे-छोटे बच्चों से किताबों का बंडल सिर पर लादकर एक किमी दूर दूसरी जगह भेजने का काम लिए जाने पर दोनों स्कूलों के प्रधानाचार्यों को निलंबित कर दिया गया है। बाल मजदूरी कराए जाने की जानकारी जब स्थानीय लोगों को हुई तो पता चला कि ऐसा स्कूल के प्रधानाचार्य खुद करवा रहे हैं।
जब स्थानीय पत्रकार इसके बारे में स्कूल में जानकारी लेने गए तो एक स्कूल के प्रधानाचार्य ने कुछ बोलने से मना कर दिया। बाद में बोले- उम्र ज्यादा हो गई इसलिए बच्चों से पहुंचाने को कह दिया गया था। दूसरे प्रधानाचार्य का कहना है कि उनके पास संसाधन नहीं है। और यह क्षेत्र बाढ़ प्रभावित है। घटना का वीडियो वायरल होने के बाद दोनों स्कूलों के प्रधानाचार्यों को पर कार्रवाई हो गई।
समस्तीपुर जिले के मोहिउद्दीन नगर प्रखंड के नारायणपुर मध्य विद्यालय एवं हनुमान नगर मध्य विद्यालय के बच्चे सिर पर किताबों के बड़े-बड़े बंडल रखकर उसे बीआरसी भवन से स्कूल तक ले जा रहे थे। दोनों के बीच की दूरी एक किमी से ज्यादा है। स्थानीय लोगों ने जब बच्चों को मजदूरी करते देखा तो इसकी सूचना अन्य लोगों को दी और इसका वीडियो बना लिया। वीडियो वायरल हुआ तो हड़कंप मच गया।
घटना की सूचना मीडिया में आने और बाल मजदूरी कराने की बात अफसरों तक पहुंचने के बाद विभाग सक्रिय हुआ और दोनों प्रधानाचार्यों को तत्काल निलंबित कर दिया। इस बारे में प्रखंड शिक्षा अधिकारी का कहना है कि स्कूली बच्चों से किसी तरह का काम लेना अपराध है। यह एक गंभीर मसला है।