बिहार माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (बिहार एसटीईटी-2019) के नतीजे शुक्रवार को जारी कर दिए गए। शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी, प्रधान सचिव संजय कुमार और बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड के चेयरमैन आनंद किशोर ने बताया कि जिन 15 में से 12 विषयों का रिजल्ट घोषित हुआ है, उसमें कुल 1,54,951 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए। इनमें से 24,599 परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि बोर्ड ने इन विषयों पर 30,332 शिक्षक पद निकाले थे। इसका मतलब है कि छात्रों के बड़ी संख्या में परीक्षा न कर पाने की वजह से कुल खाली पदों में सिर्फ 81 फीसदी पर ही भर्ती हो पाई है।

उनके लिए पेपर-1 में कुल 1,09,667 परीक्षार्थी बैठे थे, जबकि पेपर-2 में 45,284 अभ्यर्थी बैठे थे। यानी कुल 1.5 लाख से कुछ ज्यादा अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। इनमें पेपर-1 में 16,068 अभ्यर्थी सफल हुए, जबकि पेपर-2 में 8531 कैंडिडेट्स को क्वालिफाई हुए। सभी नतीजे वेबसाइट http://www.bsebstet2019.in और biharboardonline.bihar.gov.in पर देखे जा सकते हैं।

16 महीने में पूरी हो पाई परीक्षा की प्रक्रिया: बिहार एसटीईटी के लिए सितंबर 2019 में आवेदन प्रक्रिया शुरू हुई थी। परीक्षा जनवरी 2020 को हुई, पर गड़बड़ी के बाद इसे रद्द कर दिया गया। बाद में सितंबर 2020 में परीक्षा ली गई थी। इधर, रिजल्ट जारी होने से पहले पुराने मामले को लेकर कुछ अभ्यर्थियों ने हंगामा भी किया। इस वजह से शिक्षा मंत्री विजय चौधरी को इंतजार करना पड़ा। नतीजे अब घोषित हुए हैं।

परीक्षा का आयोजन कुल 15 विषयों के लिए किया गया था। 12 विषयों का रिजल्ट जारी किया गया है। पेपर-1 के तीन विषयों- उर्दू, संस्कृत और विज्ञान के नतीजे घोषित नहीं हुए। इन सब्जेक्ट्स में कुल 23,565 परीक्षार्थी बैठे थे। अप्रैल में 106 अभ्यर्थियों की परीक्षा पूरी होने के बाद कुल 23,671 परीक्षार्थियों के नतीजे मई के पहले हफ्ते में ही घोषित हो जाएंगे। इन विषयों में 7 हजार 108 पद खाली हैं।