पुलवामा आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवानों की शहादत के बाद देश में गम और गुस्से का माहौल है। बड़ी संख्या में लोग शहीद जवानों के परिजनों की आर्थिक मदद के लिए आगे आए हैं। इन लोगों में एक और नाम जुड़ गया है। दरअसल ये नाम है बिहार के शेखपुरा जिले की डीएम इनायत खान का। डीएम इनायत खान ने पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए बिहार के 2 शहीद जवानों की बेटियों को गोद लेने का फैसला किया है। इसके साथ ही डीएम ने शहीद के परिजनों को अपनी दो दिन की सैलरी भी दान देने की घोषणा की है। साथ ही शेखपुरा की जिलाधिकारी ने जिले के सभी सरकारी कर्मचारियों से अनुरोध किया है कि वह दोनों शहीदों के परिजनों को अपना एक दिन का वेतन दान करें।

बता दें कि जिलाधिकारी इनायत खान ने पुलवामा हमले में शहीद होने वाले रतन कुमार ठाकुर और संजय कुमार सिन्हा की बेटियों को गोद लेने का फैसला किया है। खबर के अनुसार, जिलाधिकारी इन बेटियों की शिक्षा का खर्च उठाएंगी, इसके अलावा दूसरे खर्चों का भी ध्यान रखेंगी। इनायत खान ने बताया कि शहीद सीआरपीएफ के जवानों के परिजनों की आर्थिक मदद के लिए दान करने वालों के लिए शेखपुरा में एक बैंक खाता भी खोला गया है। शनिवार को डीएम कार्यालय में पुलवामा के शहीदों के लिए एक मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई।

पुलवामा के शहीदों के परिजनों के लिए देशवासी खूब आर्थिक मदद कर रहे हैं। शहीदों के परिजनों को आर्थिक मदद देने के लिए साल 2017 में केन्द्र सरकार ने भारत के वीर नामक वेबसाइट और मोबाइल एप लॉन्च की थी। इस वेबसाइट पर जाकर देश के शहीद जवानों के परिजनों को आर्थिक मदद दी जा सकती है। उल्लेखनीय है कि पुलवामा आतंकी हमले के बाद देशवासी अब तक 7 करोड़ रुपए से ज्यादा का दान कर चुके हैं। सुरक्षाबलों से जुड़े एक अधिकारी ने इस बात की पुष्टि की है। वहीं पुलवामा हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा छीन लिया है और अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान को अलग-थलग करने की अपनी कोशिशें तेज कर दी हैं। आज से पेरिस में शुरु होने वाली फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स की बैठक में भी भारत, पाकिस्तान को आतंकी फंडिंग और मनी लॉन्ड्रिंग के लिए ब्लैकलिस्ट कराने की कोशिश करेगा।