झारखंड के जमशेदपुर में दिव्‍यांग पर पुलिसिया कहर के कुछ दिनों बाद बिहार की राजधानी पटना में पुलिसकर्मियों का अमानवीय चेहरा एक बार फिर से सामने आया है। वायरल वीडियो में पुलिसवाले को एक वाहन चालक की जानवरों की तरह पिटाई करते हुए देखा जा सकता है। उसकी गलती बस इतनी थी कि पुलिसकर्मी ने चालक को जहां वैन रोकने को कहा था, उसने वहां से कुछ मीटर आगे रोका। इससे पुलिसकर्मी को इतना गुस्‍सा आ गया कि उसने ड्राइवर की डंडों से जानवरों की तरह पिटाई शुरू कर दी। इसमें वैन का साइड मिरर भी क्षतिग्रस्‍त हो गया। पास में ही खड़े ट्रैफिक पुलिस के हस्‍तक्षेप के बाद उसे वैन समेत दीघा थाने ले जाया गया था। पुलिसकर्मियों ने वहां भी उस पर ताबड़तोड़ थप्‍पड़ और लातें बरसानी शुरू कर दी थी। पुलिस द्वारा इस तरह की बर्बरता का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले जमशेदपुर में पुलिसवालों ने सड़क किनारे लेटे मानसिक रूप से कमजोर एक व्‍यक्ति के साथ बेरहमी से मारपीट की थी। पुलिसवालों ने उसकी डंडों से पिटाई की थी। इससे भी मन नहीं भरा तो उसे सड़क पर घसीटने भी लगे थे। दिव्‍यांग के साथ अमानवीय व्‍यवहार करने वाले एएसआई ए. प्रसाद ने बताया था कि उन्‍हें मानसिक रूप से विक्षिप्‍त एक व्‍यक्ति द्वारा वाहनों पर पत्‍थर फेंकने की सूचना मिली थी। पुलिस अधिकारी ने कहा था कि उन्‍होंने डंडों से पिटाई नहीं की थी बल्कि वहां से हटाने के लिए सिर्फ दिखाया था।

पुलिस द्वारा पिटाई करने का यह कोई पहला मामला नहीं है। पिछले साल दिसंबर में बिहार में ही नवादा पुलिस ने लूट की घटना में दो युवकों को गिरफ्तार किया था। पुलिसकर्मियों ने उनकी जमकर पिटाई कर डाली थी। यह मामला नारदीगंज थाना से जुड़ा था। ग्राीमणों ने पुलिसिया कार्रवाई के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया था। प्रदर्शनकारियों ने सड़क जाम कर यातायात को बाधित भी कर दिया था। ग्रामीणों ने थाना प्रभारी पर बेकसूर लोगों के साथ क्रूरता बरतने का आरोप लगाया था। बिहार के ही सीवान जिले में पुलिसकर्मियों द्वारा मारपीट का एक और मामला सामने आया था। जामो थाने के अंतर्गत आने वाले मझवलिया गांव में एक युवक की जमकर पिटाई की गई थी। इसमें पीड़‍ित छत से गिरकर घायल हो गया था। आक्रोशित ग्रामीणों ने सड़क जाम कर आगजनी तक की थी। पुलिस अधीक्षक द्वारा जांच कराने का आश्‍वासन देने के बाद जाकर कहीं गांववाले शांत हुए थे।