बिहार में कोरोनावायरस के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। हालांकि, इसके बावजूद शासन में शामिल लोग ही कोविड नियमों को तोड़ते नजर आ रहे हैं। ताजा मामला नवगाछिया का है, जहां गोपालपुर विधायक नरेंद्र कुमार नीरज उर्फ गोपाल मंडल ने कंटेनमेंट जोन से गाड़ी निकलवाने के लिए दबंगई दिखाना शुरू कर दिया। उनकी जिद के आगे प्रशासन बेबस नजर आया और उन्हें बैरिकेडिंग हटाकर इलाका पार कराया गया।

बताया गया है कि नवगाछिया में कोरोना के केस तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में प्रशासन ने नवगाछिया को को कंटेनमेंट जोन बना दिया। नवगाछिया एसडीओ ने डीएम के निर्देश के बाद 25 मार्च को ही बाजार के चारों तरफ बैरिकेडिंग लगा दी थी। ये सीलिंग पिछले दो महीनों से जारी थी, ताकि बाजार में भीड़ न इकट्ठा हो पाए। हालांकि, मंगलवार को गोपाल मंडल जब काफिले के साथ इलाके से गुजरे तो प्रशासन को मजबूर होकर बैरिकेड हटाना पड़ा।

यह घटना शाम करीब 7.30 बजे की है। गोपाल मंडल का काफिला इलाके से स्टेशन की ओर जा रहा था। जब मंडल की गाड़ी के सामने बैरिकेडिंग आई, तो पहले तो उन्होंने अपने गार्ड को इसे हटाने का निर्देश दिया। फिर खुद ही गाड़ी से उतर गए और वहां मौजूद लोगों को अपशब्द कहने लगे। इस घटना का एक वीडियो भी वायरल हुआ है।

प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि विधायक ने दबंगई का परिचय देते हुए पहले तो बैरिकेडिंग लगाने वालों की जानकारी मांगी। फिर प्रशासन को अपशब्द करते हुए बैरिकेड किनारे लगवाए और काफिला आगे बढ़वा लिया। इस घटना के बाद इलाके के लोगों में विधायक की हरकत को लेकर गुस्सा है। लोगों का यह भी कहना है कि एक तरफ तो उनके खिलाफ प्रशासन सख्ती बरतता है, वहीं विधायक और दूसरे प्रभावशाली लोगों के सामने मूक-दर्शक बना हुआ है।

पुलिस ने कही जांच कर कार्रवाई की बात: इस घटना के वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन की नींद खुली और पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बैरिकेडिंग वापस लगाई। नवगाछिया के एसपी ने कहा कि प्रशासन इस मामले की जांच करेगा और दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।