Bihar Hooch Tragedy: बिहार (Bihar) में जहरीली शराब (Poisonous Liquor) कांड को लेकर शुक्रवार (16 दिसंबर, 2022) को भी बीजेपी (BJP) विधायकों ने विधानसभा में जमकर हंगामा किया। बीजेपी नेताओं ने पोस्टर हाथ में लेकर नारेबाजी की और राजभवन तक मार्च निकाला।

हंगामे के बीच 30 मिनट के लिए स्थगित रहा सदन

इसके बाद, विधानसभा अध्यक्ष के आदेश पर मार्शलों ने विधायकों के हाथ से पोस्टर छीन लिए। जहरीली शराब कांड को लेकर बीजेपी लगातार महागठबंधन सरकार पर हमलावर है। विपक्ष के हंगामे के बीच सदन करीब 30 मिनट के लिए स्थगित कर दिया गया। बीजेपी शराब की होम डिलीवीर पर रोक लगाने की भी मांग कर रही है।

इससे पहले बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गुस्से में आ गए थे और बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि पहले आप शराबबंदी के पक्ष मं थे, तो अभ क्या हो गया? उन्होंने जहरीली शराब से हुई मौत पर कहा, “जहरीली शराब से शुरू से लोग मरते हैं, इससे अन्य राज्यों में भी लोग मरते हैं। लोगों को सचेत रहना चाहिए क्योंकि जब शराबबंदी है तो खराब शराब मिलेगी ही। जो शराब पिएगा वो मरेगा। इस पर पूरी तरह से एक्शन होगा।” वहीं, शराबबंदी को लेकर उन्होंने कहा कि इससे कई लोगों को फायदा हुआ है। बड़ी संख्या में लोगों ने शराब छोड़ दी है, यह अच्छी बात है।

50 से ऊपर पहुंचा मरने वालों का आंकड़ा

बिहार में जहरीली शराब से मरने वालों का आंकड़ा 53 तक पहुंच गया है। इस बीच आरोप लगाया गया है कि थाने से स्प्रिट की सप्लाई की गई है और इससे जहरीली शराब बनाने की शंका जताई गई है। यहां थाने में स्प्रिट के कंटेनर से बड़ी मात्रा में स्प्रिट गायब है, जिसकी सूचना ग्रामीणों ने उत्पाद विभाग के मुख्य सचिव केके पाठक को दी। उनके निर्देश पर इसकी जांच की गई तो स्प्रिट के कंटेनर खुले मिले, जिनसे बड़ी मात्रा में स्प्रिट गायब है। अब शक है कि इसी स्प्रिट से जहरीली शराब बनाई गई है।

4 महीने पहले सारण में ही हुई थी जहरीली शराब से 18 मौतें

4 महीने पहले भी सारण में ही जहरीली शराब से 18 लोगों की मौत हुई थी। लेक‍िन, इन मौतों के मामले में पुल‍िस-प्रशासन ने लापरवाही दिखाई, जिसके कारण उस कांड के आरोपी पकड़े नहीं गए। जहरीली शराब (Hooch Tragedy) का काला धंधा करने वालों के हौंसले बुलंद बने रहे और एक बार फ‍िर लोगों की जानें गईं।