बिहार के पथ निर्माण मंत्री नंद किशोर यादव ने बताया कि केंद्रीय सड़क परिवहन एवम राज मार्ग मंत्रालय के स्तर पर विभागीय एक्सपेंडिचर फाइनेंस समिति (ईएफसी) ने भागलपुर में गंगा नदी पर विक्रमशिला सेतु के समानांतर 4 लेन पुल के निर्माण की अनुशंसा कर दी है। इसके निर्माण पर 1116.72 करोड़ रुपये के व्यय का अनुमान है। चार साल में पुल का निर्माण कार्य पूरा होने की उम्मीद है।
उन्होंने शनिवार को बताया कि 4.367 किमी लंबे इस पुल में 68 पाये होंगे। पुल के निर्माण के लिए 21.3 हेक्टेयर भूमि की जरूरत होगी। 2.2 हेक्टेयर सरकारी भू खंड उपलब्ध है। शेष 19.1 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण राज्य सरकार अपने कोष से करेगी। इसके लिए 51 करोड़ की राशि भागलपुर के ज़िलाधीश को उपलब्ध करा दी गई है। प्रस्तावित पुल के नीचे पानी का जहाज निकल जाए इसके लिए इनलैंड वाटरवेज अथार्टी ऑफ इंडिया की आवश्यकता के अनुरूप पर्याप्त चौड़ी जगह दिया जाएगा।
मंत्री यादव ने बताया कि प्रस्तावित 4 लेन पुल वर्तमान विक्रमशिला पुल के पूरब बनेगा। इसके लिए नवगछिया से भागलपुर सड़क का भारत सरकार ने नया नेशनल हाईवे संख्या 131(बी) के रूप में अधिसूचित किया है। इसके साथ ही सड़क व परिवहन मंत्रालय ने भागलपुर से हंसडीहा पथ को भी राष्ट्रीय राज मार्ग के रूप में अधिसूचित किया है।
इस प्रकार नवगछिया से भागलपुर होते हुए झारखंड की सीमा तक नया राष्ट्रीय राजमार्ग बनेगा और 4 लेन पुल का निर्माण होगा। पुल के बन जाने से उत्तर बिहार के सीमांचल का झारखंड के साथ सड़क संपर्क सुगम होगा। साथ ही पश्चिम बंगाल के साथ भी संपर्क बढ़ेगा। पुल की निविदा एक माह में प्रकाशित होने की उम्मीद उन्होंने जताई है।
पुल निर्माण की मंजूरी पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उन्होंने इसके लिए केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के प्रति आभार प्रकट किया है। जनवरी 2018 में मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने भी केंद्रीय मंत्री गडकरी के साथ हुई बैठक में इस पुल के निर्माण की मांग की थी।

