बिहार में इसी साल के अंतर्गत विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। बिहार में एनडीए और महागठबंधन के बीच टक्कर होगी। हालांकि जन सुराज के प्रशांत किशोर भी पूरी ताकत के साथ चुनाव प्रचार मैदान में डटे हुए हैं। इस बीच एनडीए के ही सहयोगी चिराग पासवान ने बड़ा बयान दिया है। चिराग पासवान ने कहा है कि उनकी पार्टी चाहती है कि वह किसी सामान्य सीट से चुनाव लड़ें।

क्या चुनाव लड़ेगे चिराग पासवान?

चिराग पासवान ने समाचार चैनल न्यूज 24 से बात करते हुए कहा कि मैं बिहार का चुनाव लड़ना चाहता हूं और पार्टी इसको लेकर अंतिम फैसला करेगी। उन्होंने कहा कि जब मैं पार्टी के फैसले का जिक्र करता हूं तो लोग मेरे ऊपर ही सवाल दागने लगते हैं कि नहीं मैं ही सर्वेसर्वा हूं। उन्होंने कहा कि हां यह बात जरूर है लेकिन मैंने पार्टी के ऊपर छोड़ रखा है, पार्टी इस पर मंथन करेगी।

चिराग पासवान ने यह भी कहा कि मुझे पार्टी ने सामान्य सीट से चुनाव लड़ने के लिए सुझाव दिया है जिसे मैं अच्छा मानता हूं। चिराग ने कहा कि तमाम चीजों पर अभी मंथन चल रहा है और जल्द ही हम एक फैसले पर पहुंचेंगे।

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मेरी स्थिति असहज- चिराग

इसके बाद पत्रकार ने मुख्यमंत्री पद को लेकर सवाल पूछा, जिसके जवाब में चिराग पासवान ने कहा, “मैं अच्छी स्थिति में तभी खुद को पाऊंगा जब मैं सरकार का हिस्सा हूंगा। आज के समय में बिहार के संदर्भ में मेरी स्थिति इसलिए असहज हो जाती है क्योंकि मैं सरकार का हिस्सा नहीं हूं और मैं हो भी नहीं सकता। मेरे पास कोई विधान परिषद या विधायक नहीं है। जब आप सरकार का हिस्सा नहीं होते हैं, तब आपकी पॉलिसी मेकिंग में कोई भूमिका नहीं होती। आप कोई भूमिका नहीं निभा सकते, जो मैं अभी नहीं निभा पा रहा हूं। विधानसभा चुनाव के बाद मेरी पार्टी कम से कम उस भूमिका में आएगी।”

चिराग पासवान ने कहा, “मै ऐसे परिवार से आता हूं जहां पर मेरे नेता और मेरे पिता खुद ही कई अहम विभाग संभाल चुके हैं और कई सरकारों में मंत्री रह चुके हैं। मेरे मन में कोई लालसा नहीं है। अगर कोई लालसा होती तो मैं 2020 का चुनाव गठबंधन के साथ लड़ता। मुझे 15 सीटें दी जा रही थी। 12-13 विधायक मेरे जीत कर आते, तीन-चार उसमें मंत्री बनते और मैं खुद केंद्र में मंत्री होता।”