बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार अभियान सोमवार को शुरू कर दिया। इस दौरान उन्होंने अपने 15 साल के शासन बनाम लालू-राबड़ी की डेढ़ दशक की सरकार की तुलना की। उन्होंने डिजिटल रैली के माध्यम से प्रचार अभियान की शुरूआत करते हुए 176 मिनट का भाषण दिया और अधिकतर समय पिछले 15 साल में राज्य में किए अपने विकास कार्यों की बात की। उन्होंने जेल में बंद राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद पर भी राजनीतिक और व्यक्तिगत हमलों में कोताही नहीं बरती।
उन्होंने राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव से अलग रह रहीं उनकी पत्नी और पूर्व मंत्री चंद्रिका राय की बेटी ऐश्वर्या राय का मुद्दा भी उठाया। नीतीश ने पूर्व केंद्रीय मंत्री रामलखन सिंह यादव के पौत्र जयवर्द्धन यादव के साथ राजद में कथित दुर्व्यवहार का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि राजग के 15 साल के शासनकाल में राज्य में हर ओर विकास हुआ है। इस अवधि में कानून व्यवस्था, शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, ऊर्जा, कृषि आदि क्षेत्रों में प्रशंसनीय बदलाव हुए हैं।
प्रदेश में रोजगार पर उन्होंने कहा कि केंद्र की तरफ से काम हो रहा है और राज्य की तरफ से सहयोग भी किया जा रहा है। हम रोजगार सृजन भी कर रहे हैं। राज्य सरकार की तरफ से 5,50,246 योजनाओं में 14 लाख से ज्यादा रोजगार का सृजन किया गया है। औसतन प्रतिदिन लगभग दस लाख लोगों को काम मिल रहा है। उन्होंने बिहार में शराब पर प्रतिबंध की भी बात की और स्पष्ट किया कि जब तक वह सत्ता में हैं यह पाबंदी रहेगी।
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सीएम नीतीश सुशांत सिंह राजपूत के मौत के मुद्दे पर भी बोले। उन्होंने कहा कि सच सीबीआई की जांच में सामने आ जाएगा। उन्होंने कहा कि अभिनेता की असामयिक मृत्यु से ना केवल बिहार में बल्कि अन्य स्थानों पर भी उनके लाखों प्रशंसकों को सदमा पहुंचा है। उन्होंने महाराष्ट्र की शिवसेना के नेतृत्व वाली सरकार पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा, ‘युवा अभिनेता राजपूत की मौत से न केवल उनके परिवार को दुख पहुंचा है बल्कि बिहार और दूसरे स्थानों पर उनके लाखों प्रशंसकों को गहरा सदमा पहुंचा है। उनके पिता ने जब यह पाया कि (मुंबई में) उचित जांच नहीं हो रही है तो उन्होंने पटना में एक प्राथमिकी दर्ज कराई।’
नीतीश ने बिहार में कानून व्यवस्था बेहतर होने का दावा किया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के 2018 के आंकड़ों का जिक्र किया जिनमें बिहार में कानून व्यवस्था की स्थिति अन्य कई राज्यों से बेहतर बताई गई है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की ताजा रिपोर्ट के अनुसार सभी तरह के अपराध के मामले में बिहार देश में 23वें स्थान पर है, वहीं बलात्कार के मामलों में यह 33वें तथा महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामलों में 29वें स्थान पर आता है। (एजेंसी इनपुट)