बिहार विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश में बसपा इकाई को झटका लगा है। पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश त्यागी सहित दर्जनों पदाधिकारी शनिवार (12 अगस्त, 2020) को जेडीयू में शामिल हो गए। सभी को प्रदेश उद्योग मंत्री महेश्वर हजारी, परिवहन मंत्री संतोष निराला, अनुसूचित जाति-जनजाति कल्याण मंत्री रमेश ऋषिदेव और पूर्व पार्टी प्रवक्ता अजय आलोक की उपस्थिति में जेडीयू की सदस्यता दिलाई गई।

राजेश त्यागी के अलावा बसपा छोड़ने वाले नेताओं में पूर्व जिलाध्यक्ष सारण, संजय कुमार राम, पार्टी के प्रदेश सचिव अनंत कुमार गोंड, प्रदेश सचिव, अमरेंद्र नारायण श्रीवास्तव, जोन प्रभारी राजकुमार राम, श्रवण कुमार, दिनेश कुमार भगत और प्रमोद कुमार शामिल हैं। इस बीच राजेश त्यागी ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार ने दलितों, पिछड़ों को सशक्त किया है। उन्होंने कहा, ‘मैं 25 साल पहले कांशी राम की प्रेरणा से बसपा में आया था मगर अब अपनी आखिरी सांस तक जेडीयू को मजबूत करने में जुटा रहूंगा।’

इस दौरान कैबिनेट मंत्रियों ने विस्तार से दलितों, वंचितों के लिए सीएम द्वारा चलाई गई योजनाओं की जानकारी दी। कहा गया कि नीतीश सरकरा की ही देन है कि आज हाशिए के लोग मुख्यधारा में शामिल हैं और विभिन्न पदों पर समाज को नेतृत्व दे रहे हैं। रमेश ऋषिदेव ने कहा कि नीतीश कुमार ने अनुसूचित जाति-जनजाति समाज के बच्चों के भविष्य सुधारने के लिए जितना काम किया उतना बिहार में पहले कभी नहीं हुआ।

इधर बसपा स्पष्ट कर चुकी है कि पार्टी बिहार की सभी 243 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। पार्टी अपने दम सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी। प्रदेश अध्यक्ष भरत बिंद कहा कि बिहार में पार्टी का किसी भी दल से गठबंधन नहीं है। मगर कुछ लोग महागठबंधन में बसपा के शामिल होने का दुष्प्रचार कर रहे हैं। बिंद ने कहा कि पार्टी के सभी कार्यकर्ता चुनाव की तैयारी में जुट गए हैं। सभी प्रभारी अपने-अपने जोन के विधानसभा क्षेत्रों में पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं संग समीक्षा बैठक कर रहे हैं।